ऐतिहासिक मोती मस्जिद में तीन दिन पहले एक किन्नर के फिल्मी गीत पर नृत्य करने का वीडियो वायरल होने के बाद अब औकाफे शाही ने उसके अधीन मस्जिदों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने का निर्णय लिया है। साथ ही उसने ये भी व्यवस्था बनाई है कि कोई भी सैलानी मोती, जामा या सूफिया मस्जिद की वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी करना चाहता है तो उसे औकाफे शाही से इजाजत लेनी होगी।
संस्था के सचिव आजम त्रिमिजी ने बताया कि उसके अधीन मस्जिदें ऐेतिहासिक महत्व की हैं। वास्तुकला में रुचि रखने वाले इन्हें देखने रोजाना आते हैं। इनमें सैलानी भी शामिल रहते हैं। इसके चलते अब तय हुआ है कि मोती मस्जिद, जामा मस्जिद, सूफिया मस्जिद में किसी को भी वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
बगैर परमिशन ऐसा कोई करेगा तो कानूनी कार्रवाई संस्था करेगी। त्रिमिजी ने बताया कि मोती मस्जिद का दायरा बड़ा होने के चलते यहां अब कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। वहीं किन्नर के कृत्य की शिकायत संस्था ने थाना तलैया में की है।