भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) दिल्ली में पदस्थ पति ने उस समय पत्नी से सारे नाते तोड़ लिए जब उसे सबसे ज्यादा उसकी जरूरत थी। महिला को वर्ष 2014 में गले में कैंसर हो गया। इसके बाद से पति ने उस पर ध्यान देना तो बंद कर ही दिया साथ में खर्च भी देने बंद कर दिए। महिला स्वयं का इलाज कराने के लिए छोटी-मोटी नौकरी करने लगी। लेकिन, इससे भी उसका इलाज नहीं हो रहा था।
भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) दिल्ली में पदस्थ पति ने उस समय पत्नी से सारे नाते तोड़ लिए जब उसे सबसे ज्यादा उसकी जरूरत थी।
यहां पर दोनों पक्षों की हुई काउंसिलिंग के बाद पति ने पत्नी को हर माह 23 हजार रुपये खर्च देने के लिए राजी हुआ है। यही नहीं बेटे के स्कूल और कोचिंग की फीस का भी इंतजाम नहीं हो पा रहा था। आखिरकार महिला ने पति के खिलाफ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में शिकायत की।
शादी के एक-दो साल तक सब ठीक रहा। बेटे के जन्म के बाद पति अपने घर वालों से अलग एक घर खरीदकर रहने लगे। कोलार निवासी महिला ने जिला विधिक सेवा प्राधिकारण में पति के खिलाफ शिकायत कर बताया कि वह इस समय दिल्ली में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स में पदस्थ हैं। हमारी शादी वर्ष 2002 में हुई थी।
कुछ साल बाद घर को बेच दिया। मैं दो साल से अपने मायके में रह रही हूं। 2014 में मुझे गले का कैंसर हो गया। इसके बाद से वह बिलकुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
पत्नी ने यह भी आरोप लगाया कि पति का दूसरी महिलाओं से संबंध हैं, इस कारण वह मुझे अपने साथ रखना नहीं चाहते।
महिला ने बताया कि मुझे जब से कैंसर हुआ है तब से उन्होंने पैसे भेजना बंद कर दिया। अब तो वह हालचाल भी नहीं पूछते। मेरा 16 साल का बेटा है। उसकी पढ़ाई का खर्च और मेरी बीमारी का उर्च उठाने के लिए मैं छोटी-मोटी नौकरी करती हूं। लेकिन, उससे खर्च पूरा नहीं होता।
पति ने काउंसिलिंग के दौरान कहा कि वह पत्नी को साथ नहीं रख सकता और न ही उसे अपने घर वालों के साथ रख सकता हूं। उसका मेरे घर वालों से व्यवहार ठीक नहीं रहता है। जब मेरी तैनाती दूसरे शहरों में होती थी तो घरवालों के साथ उसका रोज अनबन होती थी। उसे हर माह की 10 तारीख को समझौते में तय की गई की राशि उसके बचत खाता में जमा कर दूंगा।