प्राचीन समय से भारत में काली मिर्च का सेवन किया जाता रहा है। इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं। डॉक्टर्स सर्दी-खांसी और बुखार होने पर काली मिर्च का काढ़ा पीने की सलाह देते हैं।

राष्ट्र आजकल (लाइफस्टाइल डेस्क): इसका मुख्य केंद्र दक्षिण भारत है। इसके इस्तेमाल से जायके का स्वाद बढ़ता है। दुनियाभर में काली मिर्च का इस्तेमाल मसाले के रूप में किया जाता है। जबकि आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में यूज किया जाता है।
अगर आप भी बढ़ते वजन से परेशान हैं और अपने बढ़ते वजन को नियंत्रित करना चाहते हैं, तो काली मिर्च की चाय का सेवन जरूर करें। जबकि यह बढ़ते वजन को कम करने में भी कारगर है। इसमें विटामिन-ए, सी, सेलेनियम, पिपेरिन, बीटा कैरोटीन और एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं जो सेहत के लिए बेहद लाभदायक होते हैं।
जैसाकि हम सब जानते हैं कि काली मिर्च में विटामिन-ए, के, सी, कैल्सियम, पोटैशियम और सोडियम पाए जाते हैं। इसके अतिरक्त काली मिर्च में फाइबर और स्वास्थ्यवर्धक फैट्स पाए जाते हैं। काली मिर्च में विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं जो इसे सुपरफूड बनाने में मदद करते हैं। इसके इस्तेमाल से कई रोगों में आराम मिलता है। जबकि काली मिर्च मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर वजन कम करने की प्रक्रिया को गति देती है।
आपको बता दें कि मसालेदार भोजन तापीय प्रभाव को ट्रिगर करता है। जबकि तापीय प्रभाव कैलोरीज बर्न करता है। जबकि फाइबर के चलते भूख कम लगती है और बार-बार खाने की आदत से निजात मिलता है। साथ ही पिपेरिन पाचन तंत्र को मजबूत करता है और फैट बर्न करता है। इस यौगिक की उपलब्धता से भी वजन कम करने में मदद मिलती है। कई शोधों में खुलासा हुआ है कि मसालेदार भोजन के सेवन से मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने और वजन घटाने में मदद मिलती है। ऐसा तापीय प्रभाव से होता है।
काली मिर्च चाय बनाने की विधि व सामग्री:
- एक गिलास पानी
- एक चम्मच शहद
- एक चम्मच नींबू का रस
- एक चौथाई चम्मच काली मिर्च
- अदरक का एक छोटा टुकड़ा
आगे विधि जानने से पहले बता दें और आपको ध्यान रहें कि दिनभर में काली मिर्च की दो कप चाय ही पिएं। इससे अधिक पीने से आपको नुकसान पहुंच सकता है, क्योंकि इसकी तासीर बहुत गर्म होती है।
एक पैन में पानी, काली मिर्च और अदरक को 5 मिनट तक उबालकर गैस स्टोव को बंद कर दें। अब इसे कप में निकालकर नींबू और शहद मिलाकर सेवन करें।