राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | हाई ब्लड प्रेशर को हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी कई गंभीर और जानलेवा स्वास्थ्य समस्याओं का प्रमुख कारण माना जाता है। इसे नियंत्रित रखने के लिए उपाय करते रहना बहुत जरूरी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, आहार और लाइफस्टाइल में कुछ जरूरी सुधार करके रक्तचाप को नियंत्रित रखा जा सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि ब्लड प्रेशर रोगियों के लिए चुंकदर खाना अच्छा विकल्प हो सकता है, इससे रक्तचाप को बढ़ने से रोकने में मदद मिल सकती है। पर क्या चुकंदर सभी लोगों के लिए लाभकारी है? आहार विशेषज्ञ कहते हैं, चुकंदर में कई ऐसे प्रभावी गुण पाए जाते हैं जिनकी मदद से हाई ब्लड प्रेशर और इसके कारण होने वाले जोखिमों से बचा जा सकता है, हालांकि जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर की शिकायत रहती है उनके लिए चुकंदर खाना नुकसानदायक हो सकता है। चुकंदर को फोलेट विटामिन बी9 से भरपूर माना जाता है, जो कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करता है। फोलेट रक्त वाहिकाओं को होने वाले नुकसान को नियंत्रित करने में भी अहम भूमिका निभाता है, जिससे हृदय रोग और स्ट्रोक की आशंका कम हो सकती है। चुकंदर में प्राकृतिक रूप से नाइट्रेट की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाता है चुकंदर फोलेट का भी अच्छा स्रोत है। अध्ययनों से पता चलता है कि फोलेट का सेवन बढ़ाने से रक्तचाप के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है। हालांकि, ध्यान रखें कि रक्तचाप पर चुकंदर का प्रभाव केवल अस्थायी है। इसलिए लंबे समय तक हृदय-स्वास्थ्य लाभ के लिए नियमित रूप से इनका सेवन करना चाहिए। चूंकि चुकंदर प्रभावी तरीके से रक्तचाप को कम करने में मददगार पाया गया है, इसलिए जिन लोगों का ब्लड प्रेशर कम रहता है उनमें ये और अधिक समस्याओं का कारण बन सकता है। रक्तचाप में कमी के शिकार लोग अगर चुंकदर खाते हैं तो इससे लो ब्लड प्रेशर के कारण तेजी से सांस लेने, त्वचा के नीला पड़ने, कमजोरी और नाड़ी तेज चलने जैसी समस्याओं का खतरा हो सकता है। ब्लड प्रेशर बहुत लो हो जाने के कारण कोमा तक का भी खतरा हो सकता है।