राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । 26 दिसंबर से सेंचुरियन में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट मैच । इस टेस्ट मैच को बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच कहा जा रहा है। अधिकतर लोगों को लगता है कि बॉक्सिंग-डे का बॉक्सिंग यानी मुक्केबाजी से कोई कनेक्शन है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। दरअसल, क्रिसमस डे (25 दिसंबर) के अगले दिन को कई देशों में बॉक्सिंग-डे के नाम से जाना जाता है।
दुनिया में अलग-अलग जगहों पर इस दिन को लेकर अलग-अलग थ्योरी हैं। क्रिकेट में बॉक्सिंग-डे टेस्ट शब्द की शुरुआत 1892 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में हुए शेफील्ड शील्ड के एक मैच से हुई थी। आइए आपको बताते हैं कि बॉक्सिंग-डे टेस्ट का मतलब क्या है और भारत का इसमें ट्रैक रिकॉर्ड कैसा रहा है।
भारत साउथ अफ्रीका के बीच 5 बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच खेले गए, दोनों टीमों के बीच अब तक 5 बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच खेले गए हैं। इन पांच टेस्ट में टीम इंडिया को 4 में हार मिली है और एक मैच टीम इंडिया ने जीता है। ये मैच 2010 में खेला गया था। वहीं, भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच खेले हैं।
भारत ऑस्ट्रेलियाई धरती पर 1985, 1991, 1999, 2003, 2007, 2011, 2014, 2018 और 2020 में इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच का हिस्सा रहा। इन टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को 5 मैचों में हराया। आखिरी दो बार 2018 और 2020 में खेले गए मुकाबलों को भारत ने जीता है।
एशेज सीरीज में पहली बार इंटरनेशनल बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच खेला गया
1950-51 में मेलबर्न में पहला बॉक्सिंग-डे टेस्ट खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज के दौरान यह मैच हुआ था। यह मैच 22 दिसंबर से शुरू हुआ था और मैच का 5वां दिन बॉक्सिंग-डे के दिन पड़ा था।
इसके बाद 1953 से 1967 के बीच कोई भी मैच बॉक्सिंग-डे (26 दिसंबर) के दिन नहीं खेला गया। 1974-75 एशेज सीरीज का तीसरा मैच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर ही बॉक्सिंग-डे यानी 26 दिसंबर के दिन शुरू हुआ।
बॉक्सिंग-डे की क्रिकेट में एंट्री 1892 में हुई थी। 1892 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में विक्टोरिया और न्यू साउथ वेल्स के बीच क्रिसमस के दौरान एक मैच हुआ था। इसके बाद हर साल दोनों टीमों के बीच क्रिसमस के दौरान मैच होने लगे और यह एक परंपरा बन गई। हर सीरीज में बॉक्सिंग-डे का दिन जरूर शामिल होता था।