राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि जबलपुर। शहर के चार स्कूली छात्र गुरुवार की सुबह घर से स्कूल के लिए निकले, लेकिन स्कूल की जगह पार्क चले गए। वहां कुछ लोगों ने देखा, तो डर के मारे बच्चे घर हीं नहीं लौटे। यह जानकारी पुलिस को लगी, तो पुलिस हरकत में आई। पूरे शहर में बच्चों की तलाश की गई, तो बच्चे शुक्रवार सुबह स्कूल से लगभग 15 किलोमीटर दूर मिले। पुलिस ने बच्चों को स्वजन के सुपुर्द किया, तो स्वजन ने राहत की सांस ली। चरगवां अंतर्गत ग्राम डोंगरझांसी निवासी अरविंद ठाकुर वर्तमान में शाहनला तिलवारा के पास रह रहे हैं, वहीं जोशी मरावी भी रहता है। गुरुवार सुबह 14 वर्षीय बालक, और 10, 11 और 14 माह की तीन बालिकाएं गुरुवार सुबह साढ़े दस बजे घर से स्कूल जाने के लिए निकले, लेकिन वे स्कूल की जगह पार्क पहुंच गए। वहां वे खेल रहे थे, इस दौरान कुछ लोगों ने उन्हें वहां देख लिया। ये वे लोग थे, जो बच्चों के स्वजन को जानते थे। बच्चों को लगा कि घर लौटने पर उन्हें डांट पड़ेगी, इसलिए वे पार्क से घर नहीं लौटे। जब बच्चे निर्धारित समय तक स्कूल से नहीं आए, तो स्वजन चिंतित हुए। स्कूल पहुंचे, तो पता चला कि चारों स्कूल नहीं गए थे। इसके बाद आसपास चारों की तलाश शुरू की गई, लेकिन जब पता नहीं चला, तो मामले की सूचना पुलिस को दी गई, चार बच्चों के लापता होने की बात सुनते ही तिलवारा थाने के पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गए। तत्काल वायरलेस सेट पर काल किया गया। पुलिस टीमों ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए। रात्रि गश्त पर रहने वाले अधिकारी और जवान सड़कें छानते रहे। इस दौरान शुक्रवार तड़के चारों बच्चे स्कूल से लगभग 15 किलोमीटर दूर धुआंधार मार्ग पर मिले। बच्चों को देखते ही पुलिस ने उन्हें रोका और बातचीत की, तो चारों ने घर न जाने का कारण बताया। वहां से बच्चों को थाने लाया गया, जहां महिला ऊर्जा डेस्क अधिकारी के द्वारा काउंसलिंग की गई और बच्चों को स्वजन को सौंपा गया।