राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय फिर सुर्खियों में है। यहां एक छात्रा ने यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पर सेक्सुअल हैरेसमेंट का आरोप लगाया है। छात्रा का कहना है कि प्रोफेसर ने पढ़ाने के बदले उसकी अस्मत मांगी। जब शिकायत की, तो उसे धमकाया गया। शिकायत के 5 महीने बाद कुलपति और थाने की ओर से प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है। पीड़िता ने अब महिला आयोग से भी शिकायत की है। गुरुवार को छात्रा मीडिया के सामने भी आई। छात्रा यूनिवर्सिटी में मास्टर ऑफ सोशल वर्क डिपार्टमेंट में फोर्थ सेमेस्टर में पढ़ रही है। छात्रा ने गेस्ट फैकल्टी रज्जन द्विवेदी पर आरोप लगाया है। छात्रा का कहना है कि करीब 5 महीने पहले 14 छात्राओं का ग्रुप चित्रकूट टूर पर गया था। ग्रुप में वह भी शामिल थी। टूर में गार्जियन के तौर पर गेस्ट फैकल्टी रज्जन द्विवेदी साथ में थे। टूर के दौरान जब सभी लोग आगे-आगे चल रहे थे, तभी अकेला पाकर प्रोफेसर ने उसका हाथ पकड़ा और अपनी तरफ खींचने लगा। छात्रा ने इसका विरोध भी किया। छात्रा ने बताया कि प्रोफेसर एजुकेशन के विषय में पूछते-पूछते करीब आ गया और हाथ पकड़ लिया। किस करने की कोशिश की, तो मैंने धक्का दे दिया। घटना के बाद प्रोफेसर ने धमकाने की कोशिश भी की। छात्रा ने जबलपुर लौटकर सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज करवाई। यहां जीरो पर केस दर्ज कर डायरी चित्रकूट भेज दी। यूनिवर्सिटी के कुलपति को भी घटनाक्रम से अवगत करवाया। आनन-फानन में कुलपति ने 6 सदस्यीय टीम बनाई। इसकी अध्यक्ष लॉ डिपार्टमेंट की HOD डॉक्टर दिव्या चंसोरिया थीं। कमेटी ने 3 दिन में जांच कर सीडी, पेन ड्राइव के साथ रिपोर्ट कुलपति को सौंप दी। बावजूद इसके 5 महीने बीतने के बाद भी आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। पीड़िता ने बताया कि प्रोफेसर ने शिकायत वापस लेने के लिए उसे धमकी भी दी। छात्रा ने महिला आयोग से भी शिकायत की है। महिला आयोग ने विश्वविद्यालय से जांच रिपोर्ट समेत अन्य दस्तावेज मांगे हैं।