राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने छत्तीसगढ़ के विधायक भीमा मंडावी की अप्रैल 2019 में कथित तौर पर प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) के सदस्यों द्वारा हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
विधायक भीमा मंडावी हत्या मामला जिसमे मंडावी और उनके चार सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। लक्ष्मण जायसवाल, रमेश कुमार कश्यप और कुमारी लिंगे टाटी- दंतेवाड़ा निवासियों को मंगलवार को हमले को अंजाम देने के लिए साजोसामान जुटाने के आरोप मे एनआईए ने कथित तौर पर माओवादियों की मदद के आरोप में गिरफ्तार किया है।
मामले की जांच संभालने के बाद एनआईए ने दो संदिग्धों भीमा टाटी और मडका राम टाटी को 7 अप्रैल 2020 को गिरफ्तार किया था।
एनआईए द्वारा 17 मई 2019 को मामले की जांच संभाले जाने से पहले छत्तीसगढ़ पुलिस मामले की जांच कर रही थी।
भाकपा (माओवादी) के सदस्यों ने वारदात में मारे गए पुलिसकर्मियों के हथियार और गोलाबारूद भी लूट लिए थे। जगदलपुर में एनआईए की एक विशेष अदालत ने तीनों को सात दिन की हिरासत में एजेंसी को सौंपने का निर्देश दिया।
आरोपी रमेश कुमार कश्यप उर्फ रमेश हेमला और कुमारी लिंगे टाटी भी नक्सलियों को साजो-सामान उपलब्ध कराने और पूरी साजिश में शामिल थे।
नकुलनार में किराने की दुकान चलाने वाले लक्ष्मण जायसवाल उर्फ लक्ष्मण साव ने माओवादियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट के लिए बिजली के तार, विस्फोटक पदार्थ और अन्य सामग्री उपलब्ध कराई थी।