राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं के मामले पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़ोतरी देखे जा रहे हैं। कोरोना महामारी के बाद से यह जोखिम और भी तेजी से बढ़ा जा रहा है। कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न नकारात्मक स्थितियों ने मानसिक स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। यह मानसिक स्वास्थ्य विकारों की तरफ संकेत है जिसपर शीघ्रता से ध्यान देते हुए उपचार की आवश्यकता होती है वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ रही मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम करने और इस बारे में लोगों को जागरूक और शिक्षित करने के उद्देश्य से हर साल 10 अक्तूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। मनोरोग विशेषज्ञ कहते हैं ज्यादातर मामलों में इसे ब्लड प्रेशर की समस्या मानकर इलाज किया जाता है, हालांकि असल में चिंता-घबराहट के कारण भी ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। यहां ध्यान देने वाली बात यह भी है कि चिंता-घबराहट की लंबे समय तक बनी रहनी वाली समस्या सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य ही नहीं, शारीरिक रूप से कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। आइए इस बारे में आगे विस्तार से समझते हैं।