राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I भारतीय मूल की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ले जाने वाला बोइंग का स्टारलाइनर मिशन दूसरी बार टल गया। इसे ULA के एटलस V रॉकेट से आज रात 9:55 बजे फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से लॉन्च किया जाना था।
ग्राउंड लॉन्च सीक्वेंसर ने लिफ्टऑफ से 3 मिनट 50 सेकंड पहले काउंटडाउन क्लॉक को ऑटोमेटिक होल्ड कर दिया। इंजीनियर्स अब ये पता लगाने में जुटे हैं कि ग्राउंड लॉन्च सीक्वेंसर ने मिशन को ऑटोमेटिक होल्ड क्यों किया। अब 2 जून को मिशन लॉन्च हो सकता है।
इससे पहले 7 मई को भी इस मिशन को रोकना पड़ा था। इंजीनियर्स को चेक के दौरान रॉकेट की सेकेंड स्टेज में ऑक्सीजन रिलीफ वॉल्व में समस्या मिली थी। ऐसे में टीम ने मिशन को लॉन्च से 2 घंटे 1 मिनट पहले टालने का फैसला लिया था।
इस मिशन के सफल होने पर इतिहास में पहली बार अमेरिका के पास एस्ट्रोनॉट को स्पेस में भेजने के लिए 2 स्पेसक्राफ्ट हो जाएंगे। अभी अमेरिका के पास इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ही है। नासा ने साल 2014 में स्पेसएक्स और बोइंग को स्पेसक्राप्ट बनाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया था। स्पेसएक्स 4 साल पहले ही इसे बना चुकी है।