राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि रतलाम। जिले के ग्राम ढोढर में एक व्यक्ति ने अपने छोटे भाई की पत्नी को जिंदा जलाकर मार दिया। उसने पहले बहू के साथ मारपीट की और बाद में उसे घर से बाहर निकाल कर उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी । इससे महिला की मौके पर मौत हो गई। पुलिस ने आरोपित जेठ को हिरासत में ले लिया है। पुलिस के अनुसार निर्मला के पति प्रकाश ने किसी कारण से रतलाम शहर के सालाखेड़ी चौराहे के समीप खुदकुशी कर ली थी। निर्मला अपने दो बच्चों के साथ ढोढर स्थित ससुराल में ही रह रही थी। उसका जेठ आरोपित सुरेश यह मानता था कि उसके छोटे भाई प्रकाश ने निर्मला की वजह से ही आत्महत्या की है । इसके चलते वह उससे रंजिश रखता था। पुलिस के अनुसार निर्मला के पति प्रकाश ने किसी कारण से रतलाम शहर के सालाखेड़ी चौराहे के समीप खुदकुशी कर ली थी। निर्मला अपने दो बच्चों के साथ ढोढर स्थित ससुराल में ही रह रही थी। उसका जेठ आरोपित सुरेश यह मानता था कि उसके छोटे भाई प्रकाश ने निर्मला की वजह से ही आत्महत्या की है । इसके चलते वह उससे रंजिश रखता था। शनिवार को आरोपित सुरेश ने पहले महिला के साथ पाइप या लोहे की राड से मारपीट की और फिर उसे घर से बाहर लेकर आया और उसके ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इससे महिला बुरी तरह झुलस गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई और बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। शनिवार को आरोपित सुरेश ने पहले महिला के साथ पाइप या लोहे की राड से मारपीट की और फिर उसे घर से बाहर लेकर आया और उसके ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इससे महिला बुरी तरह झुलस गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई और बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और आरोपित जेठ को हिरासत में लेकर थाने ले गए। महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए जावरा के सरकारी अस्पताल भिजवाया गया है। एसपी राहुल कुमार लोढा ने बताया कि आरोपित जेठ को हिरासत में लेकर जांच की जा रही है। उक्त मामले को चिन्हित श्रेणी में रखने के निर्देश दिए गए हैं। तीन दिन में महिला को जलाने का जिले में यह दूसरा मामला है। इसके पहले 20 दिसंबर की रात नामली थाना क्षेत्र के ग्राम रघुनाथगढ़ में मांगू बाई की हत्या कर उसे जला दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी राहुल कुमार लोढा ने बताया कि मांगूबाई की हत्या गांव के ही आरोपित कन्हैया लाल और उसके चार अन्य साथियों ने मिलकर की थी।