राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। हिन्दी पंचांग का अंतिम माह है। इस महीने में महाशिवरात्रि और होली दहन जैसे पर्व आएंगे। फाल्गुन में शिवरात्रि भक्ति करने का और होली आनंद मनाने का पर्व है। इस समय वातावरण में न तो अधिक सर्दी है और न ही अधिक गर्मी है। ऐसे में मौसम सुहावना रहता है। इस मौसम में तीर्थ दर्शन करने से ज्यादा सुकून मिलता है। इस महीने में मौसम अनुकूल रहता है। इन दिनों में ध्यान करते समय एकाग्रता जल्दी बन सकती है। इसलिए फाल्गुन माह में रोज कुछ देर ध्यान जरूर करें। ध्यान करने से मन शांत होता है और नकारात्मकता दूर होती है। इस पर्व के संबंध में मान्यता है कि प्राचीन समय में एक बार ब्रह्मा जी और विष्णु जी के बीच इस बात को लेकर विवाद हो गया था कि दोनों में से कौन श्रेष्ठ है। विवाद काफी बढ़ गया था, उस समय इन दोनों के बीच शिव जी एक अग्नि स्तंभ के रूप में प्रकट हुए थे। शिव जी ने ब्रह्मा जी और विष्णु जी का विवाद शांत करवाया था। जब ये घटना हुई थी, उस दिन फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि थी। इसी वजह से इस तिथि पर शिवरात्रि मनाई जाती है। शिवरात्रि को लेकर एक अन्य मान्यता है कि इस तिथि पर शिव जी और देवी पार्वती का विवाह हुआ था।