राष्ट्र आजकल/राकेश साहू/नजीराबाद बैरसिया
बैरसिया– पशुचिकित्सालय के जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते गरीब के 4 बकरे बकरियों की मौत हो गई। दरअसल 3 जनवरी को नजीराबाद निवासी रिहान खान पुत्र इरफान मोहम्मद अपनी बकरियों के नार्मल सर्दी का इलाज़ के लिए अस्पताल गया मौके पर अस्पताल में कोई नहीं मिलने पर जिम्मेदारों को फ़ोन किया इसके बाद बकरी मालिक रिहान को पशुचिकित्सक डॉ कपिल मालवीय द्वारा फ़ोन पर अस्पताल के महेश चंद्र शर्मा एबीएफओ से संम्पर्क करने को कहा उसके बाद तत्काल बकरी मालिक रिहान ने महेश चंद्र शर्मा से संम्पर्क कर डॉ कपिल मालवीय की बात कराई डॉ कपिल मालवीय ने भोपाल से शर्मा को इंजेक्शन का नाम बताकर लगाने का बोला फिर तत्काल शर्मा ने मौक़े पर जाकर बकरे बकरियों को लापरवाही पूर्वक इंजेक्शन लगाए इंजेक्शन लगाते ही एक एक कर बकरे एव बकरियों की तड़पते हुए मौतें होने लगी ऐसा नहीं की पशुचिकित्सालय में इस प्रकार की घटना पहली बार हुई हैं पूर्व में भी नजीराबाद निवासी अशोक मालवीय एवं अनवर खान की बकरियों के एबीएफओ शर्मा द्वारा इंजेक्शन लगाते ही मौते हो चुकी हैं ऐसे कई मामले पशुचिकित्सालय की लापरवाही के चलते ग्रामीण लोगो को भुगतने पड़ते हैं वहीं 3 जनवरी की घटना की पूरी जानकारी एबीएफओ शर्मा ने तत्काल फोन पर डॉक्टर कपिल मालवीय को दी जिसके बाद डॉ कपिल मालवीय मामले की गंभीरता को देखते हुए भोपाल से नजीराबाद के लिए रवाना हुए नजीराबाद आकर डॉ कपिल मालवीय ने बकरी मालिक रिहान को समझाने के बजाए धमकाना चालू कर दिया और उल्टा थाने में बंद कराने की बात कहने लगे।
पोस्टमार्टम करने से किया मना
वहीं जब बकरी मालिक द्वारा डॉ कपिल मालवीय से निवेदन करते हुए बकरियों का पोस्टमार्टम करने का एवं जो इंजेक्शन लगवाए थे उनका नाम बताने का कहा तो डॉक्टर द्वारा गुस्से में भड़कते हुए बकरी मालिक रिहान को अस्पताल से धक्के देकर बाहर कर दिया और बोलने लगे जहां बने वहां जाकर मेरी शिकायत कर देना और उठा तेरी बकरियां कही भी जाकर पोस्टमार्टम करा मुझे नहीं करना।
परेशान गरीब बकरी मालिक द्वारा अगले दिन भोपाल जाकर कलेक्टर सहित पशुचिकित्सा विभाग उपसंचालक भोपाल के पास अपनी आप बीती सुनाई और शिकायती आवेदन दिया मौके से वरिष्ठ अधिकारी ने फोन पर डॉ कपिल मालवीय को बकरी मालिक के साथ अमानविय व्यवहार एवं गलत इंजेक्शन लगवाने के लिए फटकार लगाते हुए जाँच के आदेश दिए इस पूरे मामले में गरीब रिहान की खाने कमाने की जो बकरियां जीविका थी वो खत्म हो गई बाकी बचे पशुओं की भी इंजेक्शन लगने के बाद हालत ठीक नही हैं अब देखना यह है कि गरीब की सुनवाई होगी या मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।