राष्ट्र आजकल/सरफ़राज़ ख़ान/ जिला ब्यूरो कटनी
जहां एक ओर प्रदेश के मुखिया गरीबों के हित को लेकर नित नई नई घोषणाएं कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर पंचायतों में पदस्थ कुछ भ्रष्ट सचिवों के द्वारा रिश्वत ना मिलने से सरकार की मंशा पर गरीब ग्रामीणों का हक मार पात्र को अपात्र बता कर पानी फेर रहे है, ऐसे में जब ग्रामीणों द्वारा क्षेत्रीय अधिकारियों, विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियों को शिकायत करते हैं तो वे भी उन भ्रष्ट कर्मचारियों का कुछ इस तरह बचाव करते नजर आते हैं कि ठीक है जांच करवाते हैं और फिर जांच होगी होने की तलाश में है और तब तक या तो सचिव का तबादला हो जाता है या हितग्राही फौत हो जाता है या फिर पंचायत का कार्यकाल ही समाप्त हो जाता है इन सचिवों के द्वारा किए गए भ्रष्ट कार्यों के कारण जिले के स्वच्छ छवि वाले आला अधिकारियों पर लोग उंगली उठाते हैं और फिर लोग ये कहते हुए नजर आते हैं कि सब सरकार का दिखावा और कर्मचारियों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे वर्तमान सरकार की छवि धूमिल होने से आने वाले विधानसभा के चुनाव में सरकार को नुक्सान उठाना पड़ सकता है

मामला है रीठी तहसील की ग्राम पंचायत कठोतिया जहां के सचिव उत्तम पटेल ने राकेश कुमार पिता धनीराम लोधी के आवास की राशि राकेश बर्मन के खाते में डाल पैंसठ हजार रूपए की राशि हजम कर ली गई,तो नत्थू राम पिता हल्के राम लोधी को प्रधानमंत्री आवास मुहैया कराने में 20,000 रुपए की मांग पूरी ना होने पर पूर्व में लाभ मिल चुका है झूठ बता कर अपात्र घोषित कर दिया गया,तो ग्रामीणों को पेयजल आपूर्ति के उद्देश्य से बनी पानी टंकी का लाभ किसी व्यक्ति विशेष को रुपए लेकर दिया गया,दो दो सम्मर्सियल पम्पों को निजी उपयोग में लिया गया है , और जब जीवित ग्रामीणों से पेट नहीं भरा तो इन श्री मान ने मृत महिला क्षमा बाई जो कि 9/4/2022 को फौत हो चुकी जिसका 14/4/2022 को जाब कार्ड क्रमांक 110 से मांग पत्र जारी कर 1102/रुपए का भुगतान कर धोखाधड़ी की गई।

जिनकी शिकायतों पर कार्यवाही करते हुए जनपद पंचायत सीईओ साहब द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है,जिस पर उत्तम पटेल सचिव द्वारा फोन पर बताया गया कि मैंने जवाब दे दिया है।अब देखने वाली वाली बात ये है कि उपरोक्त्त सभी आरोपों के साक्ष्य होने के बाद उच्चाधिकारियों द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है।
जिसका 14/4/2022 को जाब कार्ड क्रमांक 110 से मांग पत्र जारी कर 1102/रुपए का भुगतान कर धोखाधड़ी की गई।जिनकी शिकायतों पर कार्यवाही करते हुए जनपद पंचायत सीईओ साहब द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है,जिस पर उत्तम पटेल सचिव द्वारा फोन पर बताया गया कि मैंने जवाब दे दिया है।अब देखने वाली वाली बात ये है कि उपरोक्त्त सभी आरोपों के साक्ष्य होने के बाद उच्चाधिकारियों द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है