चोरी की ऐसी ही 91 घटनाएं अगस्त में पुलिस थानाें में दर्ज हुईं हैं। इनमें से 15 मामलाें में आवेदन की जांच की जा रही है। दरअसल, कोरोनाकाल में वाहन चोरों ने वारदाताें का तरीका बदल दिया है।

ग्वालियर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): यह घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई है। झांसी रोड स्थित एक फैक्टरी परिसर से अज्ञात चोर एक कर्मचारी की नई बाइक चोरी कर ले गया। पहले जहां वाहन चोर कोचिंग-स्कूल और बाजारों को टारगेट करते थे, लेकिन कोचिंग बंद होने व बाजारों में भीड़ कम होने के कारण अब वे काॅलोनी-मोहल्लों के साथ सुरक्षित परिसरों में घुसकर वाहन चोरी कर रहे हैं।
अगस्त में वाहन चोरी की सबसे अधिक घटनाएं बहोड़ापुर क्षेत्र में दर्ज की गईं। इसके बाद महाराजपुरा व जनकगंज में मामले दर्ज हुए। इन थानाक्षेत्रों से चोर वाहन को चोरी कर सीधे भिंड और मुरैना की ओर निकल जाते हैं। शहर की सीमाओं से जुड़े थानों में सबसे ज्यादा वारदातें अंजाम दी गईं।
पूर्व में पकड़े गए वाहन चोरों से ऐसे खुलासे होते रहे हैं। शहर में वाहन चोरी की वारदातों में मुरैना, अंबाह, पोरसा, भिंड और इटावा के चोरों का हाथ है। ग्वालियर से चोरी होने वाले वाहन भिंड-मुरैना के ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा इटावा और कानपुर तक खपाए जाते हैं।
फैक्टरी में चोरी की सूचना पर पुलिस ने जब सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो पता चला कि एक युवक पैदल शेड में पहुंचा और बाइक पर बैठ गया। बाइक पर बैठे-बैठे ही उसने लॉक तोड़ा और पांच मिनट में वह बाइक को चालू कर ले गया। झांसी रोड क्षेत्र के नाका चंद्रबदनी स्थित चप्पल फैक्ट्री में रवि पुत्र सुरेश कुशवाह नौकरी करता है। रवि ने कुछ माह पहले ही नई बाइक खरीदी थी। वह बाइक को फैक्टरी के शेड में पार्क कर अंदर चला गया। जब वह वापस आया तो बाइक गायब थी।