आपको बता दें कि 472.16 करोड़ की योजनाएं आचार संहिता लगने की वजह से 10 नवंबर के बाद शुरू हो सकेंगी। इनमें सबसे अधिक सौगात सड़कें, सीसी खरंजा, नाले-नालियां, चेकडैम, स्टाप डैम की हैं। ज्यादातर योजनाओं का लाभ उपचुनाव के बाद ही मिल सकेगा।

ग्वालियर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): जिले की 5 सीटों पर उपचुनाव से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान 600 करोड़ से अधिक की सौगात जनता को बांट गए। आचार संहिता लगते ही चुनावी घोषणाओं पर रोक लग गई। लेकिन हकीकत यह है कि जो सौगात उन्होंने बांटी, उनमें से 215 करोड़ के काम ऐसे थे, जिनका उपयोग जनता पहले से ही कर रही थी अथवा उनसे जनता को सीधा फायदा भी नहीं।
7 हजार से अधिक किसानों को फसल बीमा की 80 लाख से अधिक राशि एक क्लिक में भेजने का दावा सीएम ने उज्जैन में 18 सितंबर को किया था। इसके बाद जिले के 418 किसानों के खाते में 14 लाख से अधिक की राशि पहुंच चुकी है। शेष किसान अभी भी फसल बीमा की राशि का इंतजार कर रहे हैं। वहीं अधिकारियों का कहना है कि किसानों के खाता नंबर व नाम का मिलान कर रहे हैं।
अंबाह: 11.30 करोड़ की पिनाहट-अटेर रोड सहित सहित 13.42 करोड़ के निर्माण कार्यों का लोकार्पण हुआ। जबकि 87.65 करोड़ की सीसी रोड, खरंजा, नाले-नालियों सहित स्कूल-खेल मैदान के निर्माण पर आचार संहिता का ब्रेक लग गया।
सुमावली: इस विस में 0.15 करोड़ की मुंगावली से देवगढ़ वाया गलेथा (एमएस) रोड, 0.90 करोड़ की जारह से एबीसी कैनाल रोड सहित जखोनागढ़ी के सरकारी स्कूल का लोकार्पण हुआ। जबकि यहां 68.68 करोड़ के निर्माण की सिर्फ घोषणा यानि शिलापूजन ही हुआ है।
मुरैना: 12 सितंबर को सीएम ने 306.7 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण, भूमिपूजन व शिलान्यास किया। इसमें से 101.41 करोड़ का सीतापुर औद्योगिक क्षेत्र 2 साल से बनकर तैयार है लेकिन यहां उद्योग नहीं आ रहे। 55.25 करोड़ का पिपरसेवा औद्योगिक क्षेत्र में कुछ भी काम नहीं हुआ। फिर भी इनका लोकार्पण कर दिया। शेष 176.83 करोड़ के विकास कार्य अब चुनाव के बाद शुरू होंगे और सरकार इनके लिए बजट दे पाएगी या नहीं कुछ नहीं कहा जा सकता।
दिमनी: 8.66 करोड़ की शिकारपुर फाटक से नगरा-बिचौली रोड 1 साल पहले बनकर चालू हो गई, जिसका लोकार्पण कर दिया गया। इसी प्रकार 2.05 करोड़ की दिमनी-जखौना रोड सहित कुल 12.91 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण सीएम कर गए। जबकि 72 करोड़ से अधिक विकास कार्यों का जनता को सपना दिखा गए। इसके पीछे वजह भी है ऐसे बहुत से निर्माण हैं, जिन्हें सरकार ने स्वीकृत तो किया लेकिन बाद में राशि न होने की वजह से वे आज तक अटके हुए हैं।
जौरा: यहां सबसे कम 41.59 करोड़ के कार्यों की घोषणा की गई। इनमें से 1.34 करोड़ की विश्नोरी से भटियारा, गैपरा से वनखंडी मंदिर रोड, पहाड़गढ़ टप्पा तहसील ऑफिस के लोकार्पण हुए। जबकि इनकी सौगात बहुत पहले ही जनता को मिल चुकी थी। यहां 37.09 करोड़ के विकास कार्य अब चुनाव के बाद ही शुरू हो सकेंगे। बनवारीलाल जापथाप के निधन के बाद खाली हुई सीट को सबसे कम सौगात मिलीं, क्योंकि यहां भाजपा के सामने दल बदलकर आने वाले प्रत्याशी होने की दिक्कत नहीं है।
जिले में 35 हजार से अधिक किसानों में से 6 किसानों को 26 सितंबर को किसान सम्मान निधि दी गई। इसके बाद सिर्फ 10 प्रतिशत किसान यानि 3500 के ही खाते में यह किसान सम्मान निधि पहुंच चुकी है। 26 सितंबर को सीएम शिवराज सिंह ने जिले के 35 हजार से अधिक किसानों को पीएम किसान निधि के 6 हजार देने के अलावा 4-4 हजार रुपए अतिरिक्त यानि 10 हजार रुपए देने की घोषणा की।
सम्मान निधि की राशि अब किसानों के खातों में चुनाव के बाद ही पहुंच सकेगी। खातों के मिलान सहित अनेक तकनीकी पेचीदगी के चलते किसानों के खाते में सम्मान निधि नहीं पहुंच सकी। वहीं 30 सितंबर से किसान सम्मान निधि का पोर्टल बंद है। अब यह आचार संहिता के चलते है अथवा तकनीकी खामी की वजह से, यह बताने से अफसर बचते रहे।