अब तक कुल 5645 लोग कोरोना से जंग जीत चुके हैं। सितंबर के महीने में कोरोना ने बहुत तीखे तेवर दिखाए हैं। हर दिन औसतन 180 मरीज बढ़ रहे हैं। 14 दिनों में 2100 से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं। सितंबर के महीने में अब तक 1374 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं।

ग्वालियर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): बेड मैनेजमेंट से भी जुड़ा है डिस्चार्ज का आंकड़ा, एक्टिव केसों के मुकाबले बेड की संख्या कम| 24 मार्च को शहर में कोरोना का पहला मरीज मिलने के बाद से रविवार को पहली बार एक साथ 173 लोग स्वस्थ हुए हैं। 174 दिनों में स्वस्थ होने वालों की यह सबसे बड़ी संख्या है। शहर में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार आठवें दिन शहर में 150 से अधिक कोरोना संक्रमित मिले हैं। चिंता पैदा करते इन हालातों के बीच रविवार को कोरोना की सबसे बड़ी राहत भी मिली है।
अब मरीज को डिस्चार्ज करने से पहले दोबारा कोविड टेस्ट भी नहीं कराया जाता है। इसलिए सरकारी सेंटर्स से मरीज को 7 दिनों के भीतर डिस्चार्ज किया जाता है। वहीं निजी अस्पताल मरीज को 9 से 12 दिन में डिस्चार्ज करते हैं। इस समय शहर में 2 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं। वहीं प्रशासन के पास उपलब्ध बेड की संख्या लगभग 1500 ही है। ऐसे में एक्टिव मरीजों के अनुपात में बेड की संख्या को मैनेज करने के लिए किसी दिन अधिक मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया जाता है।
उपलब्ध बेड के मुकाबले एक्टिव केस 2095 हैं। ऐसे में यदि मरीजों को होम आइसोलेट न किया जाए तो प्रशासन के पास मरीजों को भर्ती करने के पर्याप्त संसाधन भी नहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना मरीजों के इलाज के लिए निजी व सरकारी अस्पताल मिलाकर लगभग 1477 बेड ही उपलब्ध हैं। इसमें भी सभी बेड ऑक्सीजन बेड नहीं है।