काेराेना संक्रमण से बचाने के लिए डाक मतपत्र के जरिए घर बैठे वोट डालने की सुविधा मिलेगी। अभी तक पाेलिंग पार्टी में शामिल अधिकारी और कर्मचारियाें काे डाक मतपत्र दिए जाते थे।

ग्वालियर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): ग्वालियर जिले में हाेने जा रहे तीन विधानसभा क्षेत्राें के उपचुनाव में ऐसे 8 हजार 683 मतदाता हैं। कोरोना संक्रमण के कारण पहली बार चुनाव आयाेग 80 साल से अधिक आयु के मतदाताओं काे पाेलिंग बूथ की बजाय घर से ही मतदान करने की सुविधा देने जा रहा है।
चूंकि अभी कोरोना महामारी चरम पर है इसलिए मतदान का प्रतिशत कम रह सकता है। चुनाव आयाेग द्वारा संक्रमण के खतरा काे कम करने के लिए एक हजार मतदाताओं काे एक पाेलिंग सेंटर पर बुलाया जाएगा। सूत्राें ने बताया कि उपचुनाव की अधिसूचना अगले सप्ताह जारी हो जाएगी। इसी कारण प्रशासन ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
चुनाव आयोग के निर्देश पर पहले डाक मतपत्र मुहैया कराए जाएंगे। चूंकि बुजुर्गों को इन दिनों घर के बाहर निकलने की मनाही है, इसी कारण ये वोट डाक से मंगवाने की व्यवस्था करेगा। मतदाताओं काे संक्रमण से बचाव के लिए मास्क, सेनिटाइजर, साबुन जैसी सुविधाएं दी जाएंगी। ग्वालियर जिले की 3 विस क्षेत्राें में उपचुनाव हाेंगे, उनमें से सर्वाधिक 3325 बुजुर्ग मतदाता ग्वालियर पूर्व विस में हैं।
बुजुर्ग और पोलिंग पार्टी के इन सभी डाक मतपत्रों की गिनती ईवीएम खुलने से पहले की जाएगी। ड्यूटी वालों की चिंता: उपचुनाव वालीं तीन विस क्षेत्राें में 1188 पोलिंग सेंटर हैं। हर पोलिंग सेंटर की पार्टी में 4-4 कर्मचारी तैनात रहेंगे। इस हिसाब से 4 हजार 752 डाक मतपत्र इन्हें वोटिंग के एक दिन पहले मुहैया कराए जाएंगे।
क्वारेंटाइन वाले भी घर से बाहर वोट डालने नहीं निकलेंगे। गर्भवती महिलाओं को लेकर अभी कोई निर्णय आयोग ने नहीं लिया है। संक्रमित मरीजों को भी मिलेगी सुविधा. ऐसे मतदाताओं को पोलिंग सेंटर पर जाने से रोका जाएगा जो कोरोना संक्रमित होंगे।