एक ही दिन में 66 यूनिट रक्त जुटाया गया। यही नहीं संक्रमित हाेने के बाद ठीक हुए 10 डाॅक्टराें ने प्लाज्मा देने के लिए एंटी बॉडी टाइटर टेस्ट भी कराया। ये डाॅक्टर सोमवार को प्लाज्मा देंगे।
ग्वालियर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): काेराेना संक्रमण के कारण शहर में स्वैच्छिक रक्तदान कम हाेने के कारण जेएएच के ब्लड बैंक में खून की कमी हाे गई है। इसकी भरपाई के लिए आगे आए जूनियर डॉक्टर। पिछले तीन महीने में 36 जूनियर डाॅक्टराें के काेराेना वायरस से संक्रमित हाेने के बाद भी रविवार काे इन डाॅक्टराें ने बिना डरे खून दान की पहल की।
जेएएच के अधीक्षक डॉ. आरकेएस धाकड़ का कहना है कि जूनियर डॉक्टरों ने बिना रुके और थके कोरोना महामारी से जूझने में काम किया। अब उन्होंने स्वैच्छिक रक्तदान लोगों को ऐसा करने के लिए प्रेरित किया है। जूनियर डाॅक्टर देवेंद्र शर्मा के मुताबिक, शहर में रक्तदान शिविर नहीं लगने की वजह से रक्त की उपलब्धता अस्पताल में घट गई है।
ऐसे मरीज जिन्हें रक्त की जरूरत होती है उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस कारण हमने अपने साथी डॉक्टरों के साथ योजना बनाकर रक्तदान करने का निर्णय लिया।
इस कारण बैंक में पिछले तीन महीने में नियमित रक्तदान की तुलना में 25% तक कम रक्त आया है। जूनियर डॉक्टरों का रक्तदान करना लोगों को प्रेरणा देगा। जेएएच के ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ. अरुण जैन के अनुसार कोरोना संक्रमण के कारण शहर में रक्तदान शिविर कम लग रहे हैं।