सराफा कारोबारी मुरार का रहने वाला है। इसके चलते मुरार थाना पुलिस ने दो लोगों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।

ग्वालियर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): ठगी करने वाला एक आरोपी उत्तरप्रदेश के जौनपुर का रहने वाला है। वह खुद को नीति आयोग से संचालित प्रोजेक्ट के लिए अनुदान जारी कराने वाली एजेंसी का डायरेक्टर बताता था। नीति आयोग से शैक्षणिक कार्य के लिए अनुदान दिलाने का झांसा देकर एक सराफा कारोबारी से 1.39 करोड़ रुपए की ठगी का मामला सामने आया है।
वह थाटीपुर के रहने वाले यतींद्र पुत्र बलराम श्रीवास्तव और मेंहदी हसन रिजवी पुत्र मरहूम नाजिर हुसैन निवासी जौनपुर के संपर्क में करीब दो साल पहले आए। यतींद्र ने मेंहदी हसन से मिलवाया। वह खुद को अमन ग्रुप ऑफ कंपनी का डायरेक्टर बताता था। मुरार टीआई अजय सिंह पवार ने बताया कि विनोद पुत्र हरिप्रकाश सोनी निवासी मुरार पेशे से सराफा कारोबारी हैं। मुरार स्थित मदन मोहन मंदिर रोड पर वह सीएसआर स्कूट ट्रेनिंग सेंटर के नाम से संस्था भी चलाते हैं।
विनोद को अनुदान में करोड़ों रुपए दिलाने का झांसा इन लोगों ने दिया और संस्था को मान्यता दिलाने के नाम पर करीब 13 बार में 1.39 करोड़ रुपए अपने खाते में जमा करवा लिए। उसने बताया कि नीति आयोग द्वारा छात्रों के हित के लिए कई प्रोजेक्ट चलाए जाते हैं। इसी के तहत प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना संचालित की जा रही है।
छात्रों तक इन प्रोजेक्ट को पहुंचाने के लिए अमन ग्रुप ऑफ कंपनी को नोडल एजेंसी बनाया गया है। उसकी कंपनी ही अलग-अलग संस्थाओं को यह काम देकर सरकार से फंड दिलाती है।