राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | बुलट गाड़ी के लिए पत्नी को छत से फेंकने और उसकी मौत हो जाने के मामले में रविवार को उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब परिजन आक्रोशित हो गए। मृतका के पति, सास-ससुर पर हत्या का मामला दर्ज नहीं करने पर गुस्साए पिता-भाई व मां ने सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया। कुछ ही देर में वहां भीड़ लग गई। ट्रैफिक जाम होने लगा। हंगामा और जाम की सूचना मिलते ही सीएसपी नागेन्द्र सिंह व टीआई दीपक यादव मौके पर पहुंच गए। आक्रोशित परिजन को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन का साफ कहना था कि मृतका के पति पर हत्या का मामला दर्ज किया जाए। पुलिस के समझाने पर परिजन ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगा दिए। आखिर में पुलिस अफसरों ने हत्या का मामल दर्ज करने का आश्वासन दिया फिर परिजन ने शव सड़क से हटाया। मुरैना निवासी हथियार सिंह ने बताया कि उसने अपनी बेटी 24 वर्षीय पिंकी की शादी दो साल पहले ग्वालियर के मयूर मार्केट निवासी किराना व्यवसायी विपिन कुमार रमोला से की थी। शादी लॉकडाउन के बीच में ही हुई थी इसके बाद भी पिंकी के पिता ने दहेज में सब कुछ दिया था। पर शादी में विपिन बुलट मांग रहा था। इसी बुलट को लेकर वह काफी समय से पिंकी को परेशान कर रहा था। शनिवार दोपहर पिंकी ने अपने पिता को फोन किया था। उसका कहना था कि वह उसे आकर ले जाएं नहीं तो आज वह जिंदा नहीं बचेगी। यह लोग मुझे मार देंगे। पिता सोच रहा था कि बुलट का इंतजाम कहां से करुं तभी उनके पास बेटी के ससुराल से एक पड़ोसी का कॉल आया और पता लगा कि पिंकी को उसके पति ने 3 मंजिल ऊंची छत से नीचे फेंक दिया है। जब गिरने की आवाज आई तो आसपास के लोग एकत्रित हुए। पिंकी सड़क पर लहूलुहान पड़ी हुई थी। तत्काल उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसे ट्रॉमा के आईसीयू में उसने दम तोड़ दिया। – रविवार को पिंकी के शव का पोस्टमार्टम हुआ था। पोस्टमार्टम होने के बाद शव मायके पक्ष ने अपने सुपुर्द किया और मृतका के पति व ससुरालीजन पर हत्या का मामला दर्ज कराने के लिए अड़ गए। जब पुलिस ने नहीं सुनी तो पीड़ित पक्ष ने शव को ले जाकर थाटीपुर थाने के सामने मुख्य मार्ग चौहान प्याऊ पर रख दिया। परिजन मुरैना से गाड़ी भरकर लोगों को लेकर आए थे। परिजन ने सड़क पर शव रखकर ट्रैफिक जाम कर दिया। हंगामा का पता चलते ही पुलिस अफसर पहुंचे और उनको समझाने का प्रयास किया, लेकिन मृतका के परिजन एक ही बात पर अड़े हुए थे हत्या का एफआईआर दर्ज की जाए। इस बीच पुलिस विरोधी नारे भी लगे। मामला बिगड़ते देख पुलिस अफसरों ने तत्काल हत्या का मामला दर्ज करने का आश्वासन दे दिया। जिसके बाद लोगों ने शव सड़क से हटाकर रास्ता खोल दिया। करीब एक घंटे तक वहां जाम के हालात रहे।