ग्वालियर: 599 कंटेनमेंट जोन प्रशासन की सूची में होने के बावजूद भी 983 नए मरीजों की हुई पुष्टि, कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्रशासन रणनीति हुई विफल

- Advertisement -
- Advertisement -

हालत यह है कि कई इलाकों में मरीज मिलने के बाद भी उसे कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित नहीं किया जा सका है।

Source: Facebook

ग्वालियर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): बुलेटिन में 12 सितंबर से 16 सितंबर के बीच रोज 599 कंटेनमेंट बताए गए हैं जबकि इन पांच दिनों में अफसरों ने 983 नए मरीज मिलने की पुष्टि की है। कंटेनमेंट व एक्टिव केस को लेकर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि डिस्चार्ज रेट बढ़ने से यह स्थिति बनी है। सरकारी तौर पर रोज रात 9 बजे जारी होने वाले हैल्थ बुलेटिन में कंटेनमेंट के आंकड़े एक जैसे आ रहे हैं।

कोरोना संक्रमित मरीजों और कंटेनमेंट जोन को लेकर जिला प्रशासन गफलत में है। भारी संख्या में मरीज मिलने के कारण आईसीएमआर की गाइड लाइन के अनुसार मरीजों को खोजकर उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराने या होम आइसोलेशन की अनुमति देने का जिम्मा जिन अफसरों को सौंपा गया है, वे समय पर उचित फैसले नहीं ले पा रहे हैं।

बुलेटिन के मुताबिक पिछले 14 दिन अर्थात 3 से 16 सितंबर के बीच 2 हजार 632 मरीज संक्रमित मिले हैं। दूसरी तरफ इन 14 दिनों में कंटेनमेंट क्षेत्र सिर्फ 17 ही बढ़े हैं। 3 सितंबर को इनकी संख्या 616 थी जो 16 सितंबर को 599 रह गई थी। जाहिर है कि शुरुआती तौर पर सैंपल लेते समय मरीज की जानकारी ठीक से नहीं लिखी जा रही है। इसी कारण तालमेल के अभाव के कारण कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित नहीं हो पा रहे हैं। बुलेटिन के माध्यम से जारी होने पर इन आंकड़ों पर अब संदेह होने लगा है।

अलग-अलग क्षेत्र के इंसीडेंट कमांडर भी कमांड सेंटर के आंकड़ों से संतुष्ट नहीं है। उनका मानना है कि ठीक से फीडिंग न होने से ऐसे हालात बनते हैं। इंसीडेंट कमांडरों के मुताबिक एक मरीज मिलने पर 14 दिन के लिए कंटेनमेंट क्षेत्र बनता है।

कोरोना रिपोर्ट में ऐसे कई मरीज रोज मिल रहे हैं, जिनके मोबाइल नंबर और पते सही नहीं होते हैं या फिर आधे-अधूरे होते हैं। ऐसे मरीज दो से तीन दिन की तलाश के बाद मुश्किल से मिल रहे हैं। इस दौरान संक्रमित लोग दूसरे लोगों से मिल रहे हैं, बाजारों में घूम रहे हैं। इससे संक्रमण का खतरा और बढ़ रहा है।

- Advertisement -

Latest news

अब सीमा पर जवानों के साथ तैनात होंगे रोबोटिक डॉग, जानिए क्या है इनकी खासियत

राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I देश की सीमाओं पर जवानों के साथ अब रोबोटिक मल्टी-यूटिलिटी लेग्ड इक्विपमेंट (MULE) यानी रोबोटिक डॉग भी...
- Advertisement -

ज़रूर पढ़े

इंदौर: नाबालिग को हुआ पंजाब के लड़के से प्रेम, पबजी खेल से हुई थी दोनों की जान- पहचान, पहुँच गयी पंजाब उससे मिलने

परिजनों की गुमशुदगी की शिकायत पर; पुलिस ने कॉल डिटेल निकाली तो दस दिन बाद आरोपी और लड़की को इंदौर ले आई।...

सिंधिया: किसने क्या किया- क्या नहीं किया, कांग्रेस को खुद नहीं पता अपने नेताओं के बारे में

कांग्रेस खुद ही नहीं जानती कि उनके नेता ने क्या किया और क्या नहीं. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य...

Related news

PM मोदी के विमान में आई तकनीकी खराबी, देवघर एयरपोर्ट पर रुका रहा प्लेन

राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I झारखंड के देवघर में शुक्रवार को PM नरेंद्र मोदी के प्लेन में तकनीकी खराबी आ गई। वे...

सर्दी के चलते स्कूलों की टाइमिंग बदली, जानें नया शेड्यूल

राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I देश में ठंड के साथ-साथ कोहरे का असर भी लगातार बढ़ते जा रहा है। बिहार में कोहरे...

तापमान गिरने के साथ-साथ कोहरे का दौर शुरू; MP-राजस्थान समेत 8 राज्यों में घना कोहरा

राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I देश में उत्तर भारत के राज्यों के साथ-साथ अब मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी ठंड लगातार...

G-20 समिट में चीन, इटली, फ्रांस और ब्रिटेन के राष्ट्राध्यक्षों से PM मोदी की मुलाकात

राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I ब्राजील की राजधानी रियो डि जेनेरियो में सोमवार को G20 समिट के पहले दिन PM नरेंद्र मोदी...
- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here