कोरोना व वायरल के मरीज के लक्षण लगभग मिलते जुलते होने के कारण शहर में कोल्ड ओपीडी व फीवर क्लिनिक के बाहर भी मरीजो की लंबी लंबी लाइन देखी जा सकती है।
ग्वालियर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): कोरोना व वायरल फ्लू के लक्षण भी मिलते जुलते होने के कारण मरीजो में भय का माहौल बना हुआ है। जिससे आये दिन शहर में सरकारी के साथ साथ निजी क्लीनिकों पर मरीजो की संख्या बढ़ती जा रही है। वही कोरोना मरीजो के साथ साथ अब बरसात होने की वजह से वायरल के मरीजो की संख्या भी दिनों दिन बढऩे लगी है। बरसात के मौसम में हर साल वायरल फैलता है।
इसमे लोगो को, हाथ पैर में दर्द, मुँह कड़वा रहना, खाँसी जुकाम, हल्का बुखार, सिर दर्द जैसी समस्या रहती है। लेकिन इस साल पिछले छह महीने से कोरोना संक्रमण का खतरा भी लगातार बना हुआ है।
कोरोना का सबसे ज्यादा अटैक गले पर रहता है। गले पर ज्यादा दिनों तक रहने से फिर इन्फेक्शन फेफड़ो तक पहुंचता है जो कि ज्यादा खतरनाक होता है और इसमें बहुत कम मरीजो को जुकाम होता है। वही वायरल में बुखार, जुकाम, खासी हाथ पैर में दर्द की समस्या रहती है।
इन मरीजो को बहुत ही संभल कर रहने की आवश्यकता है। ठंडी चीजो का प्रयोग न करे। गले में समस्या होने पर तत्काल जांच कराए। वायरल से बचने के लिए साफ सफाई से रहे, फ्रिज में रखे खाद्य पदार्थ का सेवन न करे। गर्म खाना खाएं। कोई विशेष समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह ले।
कोरोना के साथ वायरल भी फैल रहा है। ऐसे में हमे सार्वजनिक जगहों से जाने से बचना चाहिए। मास्क का प्रयोग करना चाहिए। कोरोना का खतरा इस समय डायबिटीज, ब्लड प्रेशर व अन्य बीमारी से ग्रसित मरीजो पर ज्यादा है।