राष्ट्र आजकल/हीरा सिंह उइके/सिंगारपुर मंडला/मंडला:- लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल के निर्देशानुसार व जिला शिक्षा अधिकारी मण्डला के मार्गदर्शन में हायर सेकेंडरी स्कूल सिंगारपुर में दिनाँक 20 दिसंबर 2021 से 24 दिसंबर 2021 तक कैरियर सप्ताह का आयोजन किया गया। कैरियर सप्ताह के अंतर्गत विद्यालय में प्रथम दिवस कैरियर काउंसिलिंग के दौरान काउंसलर द्वारा विद्यार्थियों को कक्षा 10 वी के बाद विषय का चयन कैसे करें व कौशल विकास का होना भी अति आवश्यक है विषय पर छात्रों से संवाद किया गया । द्वितीय दिवस किसी भी विषय का चयन विद्यार्थी क्यों और कैसे करते हैं पर चर्चा व विद्यार्थियों से स्वयं को पहचाने तथा उनकी खूबियों ओर कमियों ओर चर्चा एवं विभिन्न प्रकार के कैरियर में व्यक्तित्व का क्या महत्व है विषय पर छात्रों को जानकारी दी गई । तृतीय दिवस विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध कैरियर के अवसर विषय पर पीपीटी प्रजेंटेशन कराया गया व कृषि , ललित कला , वाणिज्य , कला ,विज्ञान , तकनीकी , सैन्य एवं क्षेत्रों के बारे में जानकारी के साथ साथ कक्षा 12 वी उत्तीर्ण कर एस एस सी ,रेलवे ,इंडियन आर्मी ,बी एस एफ , एन डी ए , इंडियन कोष्ठ गार्ड में रोजगार के अवसर के बारे बताया गया। चतुर्थ दिवस पर परंपरागत कैरियर से अलग कुछ नवनिर्मित कैरियर के विकल्पों पर चर्चा जैसे डिजिटल मार्केटिंग , ग्राफिक डिजाइनर , काउंसलर इत्यादि विषयों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई । पंचम दिवस पर उधम व उधमशीलता बिषय पर चर्चा कर स्वयं के व्यवसाय व उसके महत्व के बारे में जानकारी दिया गया। अंतिम दिन विद्यार्थियों से उनकी कैरियर से संबंधित जिज्ञासाओं का समाधान करने का प्रयास किया गया तथा कैरियर सप्ताह कितना उपयोगी रहा और इस कैरियर सप्ताह कार्यक्रम को और कैसे बेहतर बनाया जा सकता है इस विषय पर विद्यार्थियों से फीडबेक भी लिया गया।
विद्यालय स्तर में आयोजित कैरियर सप्ताह का कार्यक्रम विद्यालय के प्राचार्य श्री जे एस उइके के मार्गदर्शन में किया गया। इस कैरियर सप्ताह के दौरान विद्यालय के स्टॉफ में सरला चौधरी , आसिफ खान , कृष्ण कुमार मार्को , लवकेश कुर्मेश्वर , पूजा बर्मन , प्रियंका तेकाम , चन्द्र सिंह मसराम , चंद्रकांत झारिया एवं नरेंद्र तेकाम का विशेष सहयोग रहा है।
विद्यालय स्तर में कैरियर सप्ताह को सफल बनाने में विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य व कैरियर काउंसलर जय बैरागी एवं सहायक काउंसलर पी टी आई अशोक वरकड़े का विशेष योगदान रहा।