मिले जानकारी के अनुसार गौतम नगर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): किसान के बेटे को रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर दो जालसाजों ने पांच लाख रुपए ऐंठ लिए। डेढ़ साल बाद भी जब उसे नौकरी नहीं मिली तो उसने इसकी शिकायत पुलिस से की।
पीसी पहले रेलवे कर्मचारी था। ससुराल आने-जाने के कारण रतन की उससे पहचान हो गई। इनमें से एक जालसाज रेलवे का रिटायर्ड कर्मचारी है। पुलिस ने ये कार्रवाई हरदा निवासी रतनलाल मीना की शिकायत पर की है। पेशे से किसान रतन के गांव में चौकसे नगर निवासी पीसी विश्वकर्मा की ससुराल है।
2019 में रतन का बेटा नौकरी की तलाश में था। पीसी ने उन्हें झांसा दिया कि रेलवे में क्लर्क के पद पर नौकरी लगवा देता हूं। मेरी अफसरों में बहुत पहचान है। भरोसे में आकर रतन ने रुपए दे दिए। पीसी ने रतन की पहचान एसएन मिश्रा नामक शख्स से करवाई थी, जो खुद को कर्नल बताता था।
दोनों ने ये रकम लेकर डीआरएम दफ्तर में नौकरी लगवाने की बात कही थी। काफी वक्त गुजरने के बाद भी जब नौकरी नहीं लगी तो रतन पीसी के घर पहुंचे। पता चला कि वह किराए से रहता था, जो अब मकान खाली कर गया है। फोन पर बात करने पर दोनों टाल-मटोल करने लगे थे।