इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग फीवर क्लिनिक वाले सरकारी अस्पतालों में संदिग्धों के अलावा सामान्य बीमारी के मरीजों की भी कोविड जांच करेगा। शहर में फिलहाल प्रतिदिन ढाई से तीन हजार संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए जा रहे थे।

इंदौर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): राज्य शासन ने इंदौर में कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए प्रतिदिन 4500 से अधिक सैंपलिंग करने के निर्देश दिए है।
निर्देश के बाद अब सभी स्थानों पर सैंपलिंग की संख्या बढ़ाना होगी। अब तक प्रत्येक फीवर क्लिनिक में सर्दी-खांसी व बुखार के संदिग्ध मरीजों का ही सैंपल लिया जाता था। जिनकी संख्या प्रतिदिन 40 से 50 के करीब होती थी। इसके अलावा संक्रमित के परिवार और उसके संपर्क में आए लोगों की सैंपलिंग के लिए 45 रैपिड रिस्पांस टीम शहर में घूमती हैं। जो दिनभर में 25 लोगों के सैंपल लेती थी।
ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ता व एएनएम को ज्यादा लोगों की सैंपलिंग करने के निर्देश दिए गए है लेकिन इन लोगों की परेशानी यह है कि कई गांवों में लोग सैंपल देने के लिए तैयार नहीं होते। इसे लेकर कईं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट व अभद्र व्यवहार की घटना हो चुकी है।