कई सारे खुलासे मुक्त करवाई लड़कियों ने विजयनगर थाना पुलिस के समक्ष किया है। दलाल रोज 8 से 10 लोगों के साथ शारीरिक संबंध बनाने पर मजबूर करते थे। इसके लिए उन्हें ड्रग्स की लत लगाई जाती थी।
इंदौर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): देहव्यापार के लिए बांग्लादेश से खरीदी गई लड़कियों को मोहित गेस्ट हाउस (महालक्ष्मीनगर) में छात्राओं के रूप में ठहराया जाता था।
टीआइ तहजीब काजी के मुताबिक बरामद ज्यादातर लड़कियां ढाका (बांग्लादेश) सीमा से सटे गांवों की है। दलाल बाबू, जिया और शबाना ऐसी लड़कियों की रेकी करते थे जिनके माता-पिता बुजुर्ग हैं, आर्थिक स्थिति कमजोर है या उनके पति छोड़ चुके हैं। जिया और शबाना पहले उनसे दोस्ती गांठ लेती थीं। फिर फैक्ट्री, पब, होटलों में काम करने का झांसा देकर मुंबई, मुर्शिदाबाद, कोलकाता भेज देती थीं।
लड़कियां सबसे पहले मुंबई के दलालों के पास आती थीं। कई दिनों तक उन्हें प्रशिक्षण दिया जाता था। दलालों के पास रहने वाली लड़कियां सबसे पहले उन्हें छोटे कपड़े पहनना और मेकअप करना सिखाती थीं। विरोध करने पर इन्हें कई दिनों तक भूखा रख प्रताड़ित किया जाता था।
सबसे पहले उन्हें स्थानीय ग्राहकों के सुपुर्द किया जाता था। जांच में शामिल अफसरों के मुताबिक आरोपित दलाल छोटी बच्चियों को भी खरीदने लगे थे। पहली बार संबंध बनाने पर उन्हें मनमाफिक रकम मिलती थी। इसके लिए दलालों के ग्रुप पर बोली लगती थी।
मुंबई से लड़कियों के फोटो भेजे जाते थे। जिसमें लड़की की उम्र के साथ यह भी लिखा जाता था कि अभी उसकी शादी नहीं हुई है। टीआइ के मुताबिक कुछ लड़कियों ने बताया कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को संभालना पड़ता था। उनका शरीर शिथिल पड़ जाता था। आरोपित उन्हें ड्रग्स देते थे।
डीआइजी हरिनारायणाचारी मिश्र के मुताबिक पुलिस को जानकारी मिली है कि दलालों ने कई शहरों में लड़कियां बेची हैं। कई लड़कियों को खरीद कर दूसरे शहरों में बंधक बना रखा है। टीमें महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात भेजी गई हैं। दलाल सागर, कपिल, मोहित, प्रमोद बाबा और संदीप नायक की तलाश है।