लॉकडाउन की वजह से अभिभावकों की जेब में पैसा नहीं है और स्कूल प्रबंधन फीस जमा करने के लिए दबाव बना रहा है। पालकों का कहना है कि सामान्य रूप से बच्चे आठ घंटे तक स्कूल में रहते हैं, लेकिन वर्तमान में स्कूल आधा या एक घंटे ऑनलाइन पढ़ा रहा है। ऐसे में फीस में छूट दी जाना चाहिए।

इंदौर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): बिजलपुर स्थित संत जोसेफ स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावकों ने गुरुवार सुबह ‘जैसी शिक्षा, वैसी फीस” नारे के साथ स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया। वे स्कूल पर फीस वसूली के लिए दबाव बनाने का आरोप लगा रहे थे।
जागृत पालक संघ के सदस्य रमाकांत शर्मा ने बताया कि सामान्य दिनों में बच्चे स्कूल में आठ घंटे तक बिताते हैं। वे स्कूल की इमारत, मैदान, बिजली सहित अन्य संसाधन इस्तेमाल करते हैं। स्कूल में अन्य गतिविधियों में शामिल होकर वे जीवन के कई जरूरी पाठ सीखते हैं। इन दिनों बच्चे स्कूल नहीं जा रहे। स्कूल भी घंटे-आधे घंटे की ऑनलाइन क्लास लगा रहा है। बावजूद इसके स्कूल पूरी फीस वसूल रहे हैं।
संत जोसेफ स्कूल प्रबंधन द्वारा पालकों पर फीस जमा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। पालकों की मांग है कि फीस में छूट दी जाए। इसी बात को लेकर करीब डेढ़ सौ पालकों ने स्कूल के बाहर जमा होकर नारेबाजी की। करीब एक घंटे तक नारेबाजी के बाद स्कूल प्रबंधन ने पालकों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।
प्राचार्य ने हमसे कहा है कि फीस में छूट देना या नहीं देना यह स्कूल प्रबंधन का अधिकार है। उनका नहीं। इस पर इस बात को लेकर सहमति बनी है कि फिलहाल स्कूल पालकों पर फीस जमा करने के लिए दबाव नहीं बनाएगा। जल्दी ही स्कूल प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित कर मांगों पर विचार किया जाएगा। शर्मा ने बताया कि हमने अपनी मांगें स्कूल प्रबंधन के सामने रख दी है।