मिली जानकारी के अनुसार डेबिट और क्रेडिट कार्ड से होने वाली ऑनलाइन धोखाधड़ी में पिछले साल की अपेक्षा 30 फीसद वृद्धि हुई है। ठगी करने वाले लोगोंको नए ऑफर, कैश बैक जैसे ऑफर देकर उनके खाते से रुपये निकाल रहे हैं। इसके अलावा कई बार क्रेडिट कार्ड बंद होने या पासवर्ड बदलने के बहाने लोगों से उनका ओटीपी ले लेते हैं और उनके पिछले वर्ष की तुलना में इस प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटनाओं में लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

इंदौर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): राज्य साइबर सेल द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार इस साल 31 अक्टूबर तक इंदौर में 158 मामले सामने आए हैं जबकि शहर में 2019 में 122 मामले सामने आए थे।
लॉकडाउन के कारण इस बार लोगों ने ऑनलाइन खरीदी के लिए इंटनेट पर नई-नई वेबसाइट सर्च कर खरीदी की। ऐसे में ये लोग धोखाधड़ी करने वालों की निगाह में आ गए। साइबर ठगों ने भी इसका फायदा उठाया और लोगों को क्रेडिट व डेबिट कार्ड से लेनदेन करने वालों को ठग लिया।
लगातार खरीदी करने पर 10,000 रुपये के वाउचर दिए जाएंगे। उसके बाद बदमाश ने ओटीपी मांगा और दो बार लेन-देन करके अपने क्रेडिट कार्ड खाते से 10,000 रुपये चुराने में सफल रहा। उसे अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर संदेश मिलने के बाद घटना के बारे में पता चला। अंजली का कहना है कि घटना के बाद उन्होंने एसपी (साइबर सेल) जितेंद्र सिंह के पास शिकायत दर्ज कराई थी। कुछ महीने बाद साइबर सेल के अधिकारियों ने उसे सारे पैसे वापस करा दिए। साइबर सेल के अधिकारियों ने सिर्फ ऑनलाइन ठग को पकड़ा, बल्कि उसे पैसे भी वापस कर दिए। अन्न्पूर्णा क्षेत्र निवासी अंजली तिवारी ने बताया कि वे ऑनलाइन धोखेबाजों का शिकार हुई हैं। उन्हें एक व्यक्ति ने बैंक अधिकारी बनकर उनसे फोन पर संपर्क किया और बताया कि उसके एसबीआई क्रेडिट कार्ड पर एक आकर्षक उपहार मिल रहा है।
होटल में इलेक्ट्रीशियन का काम करने वाले हीरानंद श्रीवास के क्रेडिट कार्ड से 97 हजार रुपये चुरा ले गए। श्रीवास ने दो नवंबर 2020 को साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई और 24 घंटे के भीतर, साइबर अधिकारियों ने ठगे गए धन को बैंक खाते में जमा कर दिया और इसे श्रीवास को वापस कर दिया गया।
श्रीवास ने बताया कि उनका नया क्रेडिट कार्ड कुछ दिन पहले उनके घर के पते पर पहुंचाया था, जिसके बाद धोखाधड़ी करने वालों ने उन्हें फोन किया और बताया कि आपको नया कार्ड प्राप्त हुआ है। श्रीवास ने अपने रजिस्टर मोबाइल नंबर पर आया ओटीपी ठग को दे दिया। इसके बाद क्रेडिट कार्ड खाते से 97000 रुपये निकाल लिए।