विशेषज्ञों की मानें तो वजन कम करने में डाइट का अहम योगदान होता है। अगर आप अपनी डाइट में कम कैलोरीज लेते हैं, तो बढ़ते वजन में जल्द आराम मिलता है। इसके लिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट में कम कैलोरीज लें। साथ ही वर्कआउट जरूर करें। इससे कैलोरी बर्न होती है। डायबिटीज रोग में रक्त में शर्करा स्तर बढ़ जाता है। वहीं, अग्नाशय से इंसुलिन हार्मोन निकलना बंद हो जाता है। इसके लिए खानपान और वर्कआउट पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। अगर आप भी बढ़ते वजन से परेशान हैं और अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो आप अपनी डाइट में अल्फाल्फा ले सकते हैं। इससे बढ़ते वजन और डायबिटीज़ दोनों में आराम मिल सकता है।

राष्ट्र आजकल (लाइफस्टाइल डेस्क): अल्फाल्फा एक औषधीय पौधा है। इसकी खेती दुनियाभर के कई देशों में की जाती है। यह एक बार बोने के बाद कई साल तक उपजता रहता है। अरबी भाषा में इसे फसलों का पिता कहा जाता है, क्योंकि इसमें ढेर सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी होते हैं। खासकर डायबिटीज़ और मोटापे से परेशान लोगों के लिए यह रामबाण दवा है।
डायबिटीज़ के मरीजों के लिए भी अल्फाल्फा दवा की तरह है। इसके पत्तियों के सेवन से अग्नाशय से इंसुलिन उत्सर्जित होने लगता है। साथ ही रक्त में शर्करा स्तर भी नियंत्रित रहता है। इसके लिए रोजाना सुबह में एक गिलास पानी में एक चम्मच अल्फाल्फा की पत्तियों का पाउडर मिलाकर सेवन करें।
अल्फाल्फा में फाइबर की अधिकता होती है। इसके सेवन से भूख कम लगती है और पेट हमेशा भरा रहता है। इसके साथ ही डाइट में कम कैलोरीज लेने से वजन भी नियंत्रित होता है। विशेषज्ञों की मानें तो अल्फाल्फा में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है। फ़ूड डाइट चार्ट के अनुसार, 100 ग्राम अल्फाल्फा में केवल और केवल 23 कैलोरीज होती है।