लेकिन आप जानते हैं कि व्रत के दौरान सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला सिंघाड़ा औषधीय गुणों से भरपूर है और कई बीमारियों का इलाज करने में मददगार है।
राष्ट्र आजकल (लाइफस्टाइल डेस्क): नवरात्र के मौके पर सिंघाड़े का इस्तेमाल खूब किया जाता है। उपवास के दौरान लोग सिंघाड़े के आटे का बेहद इस्तेमाल करते हैं। उपवास में सिंघाड़े को सुखाकर उसे पीसा जाता है फिर उससे तरह-तरह की खाने की चीजें बनाई जाती है, जिसका सेवन लोग व्रत के दौरान करते हैं।
सिंघाड़ा कई बीमारियों का उपचार करता है। आइए जानते हैं व्रत के दौरान इस्तेमाल होने वाले सिंघाड़े से कौन-कौन सी बीमारियों का उपचार किया जा सकता है। सिंघाड़े में विटामिन A,C, मैंगनीज, थायमाइन, कर्बोहाईड्रेट, टैनिन, सिट्रिक एसिड, रीबोफ्लेविन, एमिलोज, फास्फोराइलेज, एमिलोपैक्तीं, बीटा-एमिलेज, प्रोटीन, फैट और निकोटेनिक एसिड जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।
जिन लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है वो सिंघाड़े का सेवन करें। अस्थमा के मरीजों के लिए सिंघाड़ा बेहद फायदेमंद है।
सिंघाड़ा आंतों के लिए भी फायदेमंद है। अगर आपको भूख कम लगती हैं तो सिंघाड़े का सेवन करें। सिंघाड़े का सेवन करने से गैस, एसिडिटी, कब्ज और अपच जैसी पेट की समस्याओं से निजात मिलती है।
सिंघाड़े में एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो गले की खराश और सर्दी जुकाम से राहत दिलाता है। सिंघाड़ा बवासीर जैसी मुश्किल समस्याओं से भी निजात दिलाने में कारगर साबित होता है।