डिप्रेशन के लक्षणोॆ को पहचाने। अगर आप लगातार थकान महसूस करते हैं, मिजाज में चिड़चिड़ापन रहता है, रात भर सोने के बाद भी सुस्ती रहती है तो समझ जाइए कि आप डिप्रेशन की गिरफ्त में है।

राष्ट्र आजकल (लाइफस्टाइल डेस्क): मसरुफियत की जिंदगी में इंसान इतना अकेला हो गया है कि सिर्फ तनाव ही उसका अकेला साथी बनता जा रहा है। शान, शौकत, रुतबा, पैसा और इज्जत रखने वाले लोगों पर भी डिप्रेशन हावी हो जाता है। डिप्रेशन एक ऐसी बीमारी है जो आपको नकारात्मकता की ओर लेकर जाती है। आप इस नकारात्मकता को अपने ऊपर हावी नहीं होने दें। आप खुश रहे और खुश रहने के रास्ते तलाशे।
हम आपको बताते हैं कि डिप्रेशन से बाहर आने के लिए आप अपनी डाइट में क्या-क्या बदलाव ला सकते हैं। आप भी डिप्रेशन के शिकार हो सकते हैं, इस बीमारी के लिए जरूरी है कि आप अपना इलाज कराएं। हालांकि, इसके साथ ही आप अपनी डाइट में उपयुक्त बदलाव करके इस बीमारी से बाहर आ सकते हैं।
लेकिन जब बात डिप्रेशन के लक्षणों से बचाव की आती है तो अखरोट में इससे लड़ने की क्षमता होती है, क्योंकि ये प्लांट बेस्ड ओमेगा-3 फैटी एसिड का सबसे अच्छा स्त्रोत होता है। अखरोट संपूर्ण मस्तिष्क का स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए मददगार है। अखरोट का अगर सामान्य मात्रा में सेवन किया जाए तो डिप्रेशन से निजात पाई जा सकती है। अधिकतर नट्स हार्ट-हेल्दी मोनोअनसैच्यूरेटेड फैट के साथ-साथ प्रोटीन के भी स्त्रोत होते हैं।
इसमें साबुत अनाज, ब्राउन राइस, बार्ले, शकरकंद और अमरान्थ आपके लिए अच्छे विकल्प हो सकते हैं। अगर आप डिप्रेशन से लड़ने के लिए किसी फूड की तलाश कर रहे हैं तो आपके लिए हेल्दी और हाई फाइबर और कार्बोहाइड्रेट से भरा साबुत अनाज किसी ‘चमत्कार’ से कम नहीं है। कॉम्पलेक्स कार्बोहाइड्रेट आपके मूड को तेजी से बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
इसमें हाई फ्लेवेनॉल कंटेंट होने के कारण यह सौंदर्य बढ़ाता है और त्वचा को हाइड्रेट भी रखता है, लेकिन सीमित मात्रा में खाना ही फायदेमंद है। चॉकलेट्स- चॉकलेट हर कोई पसंद नहीं करता, लेकिन यह स्ट्रेस दूर करने में मदद करती है। इसमें पाया जाने वाला फिनाइलेथाइलामाइन तत्व दिमाग को आराम देता है।
ओटमील- ओटमील में पर्याप्त मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है, जिससे हमारा शरीर सेरोटिन प्रॉड्यूस करता है। सेरोटिन मूड अच्छा करने का काम करता है और मन को शांति और आराम का एहसास करवाता है।
ग्रीन टी एंटी-ऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्त्रोत है। यह तनाव से बचाता है।
मछली- इसमें मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड तनाव से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है। हफ्ते में कुछ दिन सालमन मछली खाने से मन शांत रहता है।
ब्ल्यूबेरी- इसमें मौजूद पोटैशियम ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मदद करता है। यह आसानी से स्ट्रेस रिलीज करता है। अब जब भी आपका मन मीठा खाने का करे तो ब्ल्यूबेरी जरूर खाएं। इसमें पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो त्वचा में कोलेजन को बरकरार रखते हैं।