आयुष मंत्रालय ने अदरक का सेवन करने पर जोर दिया है। औषधिय गुणों से भरपूर अदरक खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ ही हमारी सेहत के लिए भी फायदेमंद है।
राष्ट्र आजकल (लाइफस्टाइल डेस्क): कोरोनाकाल में अदरक लोगों के लिए सबसे बड़ी औषधि बनकर उभरी है। अदरक एक ऐसी इम्यूनिटी बूस्टर है जो कोरोनाकाल में लोगों को कोरोना से बचाने के लिए बेहद मददगार साबित हो रही है।
अदरक में विटामिन भी भरपूर पाया जाता है, जो शरीर को ऊर्जा देते है। आपको सर्दी, खांसी या पाचन में परेशानी है तो आप अदरक का इस्तेमाल करें। आइए जानते हैं कि अदरक हमारी सेहत के लिए किस तरह फायदेमंद है। अदरक में एंटी बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों से बचाने में मददगार हैं। एंटीऑक्सीडेंट बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि वे फ्री रेडिकल्स के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करते हैं। इससे उम्र के साथ आने वाली तमाम तरह की बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, आर्थराइटिस, अल्जाइमर्स और बाकी रोगों से बचाव में मदद मिलती है।
- दिमाग के लिए भी फायदेमंद है अदरक। अदरक में उपलब्ध एंटी-इंफ्लामेट्री प्रोपर्टीज अलर्ट रखने और मस्तिष्क की कार्यक्षमता बेहतर करने में मददगार हैं। अदरक के सेवन से आपकी उम्र अधिक नहीं लगती।
- कोलेस्ट्रॉल को कम करता है अदरक। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से दिल के रोग का खतरा रहता है। अगर आप कोलेस्ट्रॉल कम करना चाहते हैं तो अपने भोजन में प्रतिदिन 3 ग्राम अदरक पाउडर को शामिल करें।
- अदरक में इम्यूनिटी बूस्ट करने की क्षमता है। अदरक का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाइयों को बनाने में किया जाता है।
- मासपेशियों के दर्द से छुटकारा दिलाती है अदरक। मसल्स पेन को कम करती है। आप वर्कआउट करते हैं तो 11 दिन तक 2 ग्राम अदरक रोजाना खाएं दर्द से निजात मिलेगी।
- अदरक शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद है। अदरक के तत्व इंसुलिन के प्रयोग के बिना ग्लूकोज को स्नायु कोशिकाओं तक पहुंचाने की प्रक्रिया बढ़ा सकते हैं। इस तरह इससे उच्च रक्त शर्करा स्तर (हाई सुगर लेवल) को काबू करने में मदद मिल सकती है। अदरक मधुमेह पीड़ित के लिवर, किडनी और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को सुरक्षित कर सकती है।
- दिल के रोगों से बचाने में मददगार है अदरक। अदरक सालों से दिल की बीमारी के उपचार में इस्तेमाल होती रही है। चीनी चिकित्सा में कहा जाता है कि अदरक के उपचारात्मक गुण हृदय को मजबूत बनाते हैं। हृदय रोगों से बचाव और उसके उपचार में अक्सर अदरक के तेल का प्रयोग किया जाता था।