उम्र बढ़ने के साथ-साथ कई बीमारियां होने लगती है जैसे डिमेंशिया इसमें याददाश्त कमजोर होने लगती है। लेकिन आज कल कम उम्र में ही लोगों की याददाश्त कमजोर होती जा रही है। हम किसी से मिलते हैं उससे अच्छे से बातचीत करते हैं लेकिन उनका नाम भूल जाते हैं। याददाश्त कमजोर हो गई है तो तनाव में नहीं आइए, हम आपको कुछ आसान तरीकों के बारे में बताते है जिन्हें अपना कर आप अपनी मेमोरी बूस्ट कर सकते हैं। आइए जानते हैं इन तरीकों के बारे में।

राष्ट्र आजकल (लाइफस्टाइल डेस्क): मसरूफियत फरी जिंदगी और मल्टीटास्किंग होने का सबसे ज्यादा असर हमारी याददाश्त पर पड़ा है। हम अपने जरूरी काम करना भूल जाते हैं, जरुरी समान रख कर भूल जाते हैं, यहां तक पढ़ा हुआ भी भूल जाते हैं। वैसे तो याददाश्त पर असर उम्र (50 वर्ष) के साथ-साथ होता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि रेड वाइन का एक गिलास भी आपकी याददाश्त को बढ़ा सकता है बहुत सारे खाद्य पदार्थ ऐसे है जो आपकी याददाश्त में सुधार कर सकते हैं क्योंकि वे विशेष एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन से भरपूर होते हैं। अपने खान-पान में आप अधिक ग्रीन टी, ब्लूबेरी, गोभी, ब्रोकोली, फूलगोभी, डार्क चॉकलेट और हल्दी शामिल करें।
दिमाग को तेज करने के लिए उसे आराम देने की भी जरुरत होती है। यदि आपको पर्याप्त नींद नहीं मिलती है, तो आप अपनी याददाश्त खोते रहते हैं और चीजों को भूलने लगते हैं। आराम करें ताकि आप अपने दिमाग को सतर्क रख सकें।
पढ़ना बेहद बुनियादी क़िस्म की एक शानदार मानसिक एक्सरसाइज़ है। शब्द-ज्ञान बढ़ाइए, हर दिन नया शब्द याद दिलाने वाले किसी कैलेंडर या डिक्शनरी से शब्द सीखें। यह आपके दिमाग की याददाश्त बढ़ाता है। मस्तिष्क को चुनौती देकर आप अपने दिमाग को तेज कर सकते हैं। जटिल अवधारणाओं का अध्ययन करने से दिमाग की पावर बढ़ सकती हैं। जितना ज़्यादा हो सके पढ़ें।
हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि एक्सरसाइज करने से आपकी हृदय गति बढ़ती है जो आपके मस्तिष्क में रक्त प्रवाहित करती है, जिससे आपकी याददाश्त तेज होती है। दौड़ना, तैरना, बाइक चलाना व्यायाम के किसी भी रूप को कम से कम 30 मिनट करने से हिप्पोकैम्पस को बड़ा करने में मदद मिलती है। हिप्पोकैम्पस ‘मस्तिष्क का स्मृति केंद्र’ माना जाता है। यदि आपके पास एक्सरसाइज करने का वक्त नहीं है तो कुछ मिनट के लिए वॉक करें।
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार आज के समय में अधिकतर लोग एक ही समय में अपने अधिकतर काम निपटाना चाहते हैं। अगर आप भी मल्टीटास्किंग है तो अपनी आदत बदलें। ये आदत माइंड के लिए बिल्कुल भी अच्छी नहीं है। जब आप एक साथ कई काम कर रहे होते हैं तो इसका अर्थ है कि आपका दिमाग कई कामों में एक साथ समन्वय बिठाने की कोशिश कर रहा होता है। ऐसे में आपका फोकस किसी एक चीज पर नहीं होता और तब आपके लिए किसी एक चीज या काम को याद रख पाना काफी मुश्किल हो जाता है।
आपको शायद पता ना हो लेकिन आपकी डाइट भी आपके दिमाग को प्रभावित करती है। एक रिसर्च से पता चला है कि जो लोग अपनी डाइट में बहुत अधिक चीनी का इस्तेमाल करते हैं, उनकी याददाश्त कमजोर होती है। इसलिए बेहतर याददाश्त के लिए जरूरी है कि आप चीनी के इस्तेमाल को नियंत्रित करें।