इससे संपूर्ण शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। व्यक्ति इसी ऊर्जा को दिनभर खर्च करता है। इसके लिए मेटाबॉलिज़्म सुचारू और गतिमान रहना जरूरी है। इसमें स्थिरता आने से कई बीमारियां जन्म लेती हैं। इनमें मोटापा भी शामिल हैं। अगर आप भी हमेशा उत्साहित और ऊर्जावान रहना चाहते हैं, तो मेटाबॉलिज्म में सुधार के लिए अपनी डाइट में इन चीज़ों को जरूर शामिल करें। आइए जानते हैं-
राष्ट्र आजकल (लाइफस्टाइल डेस्क): आधुनिक समय में सेहतमंद रहना बड़ी चुनौती है। खासकर कोरोना काल में स्वस्थ रहना अनिवार्य है। इसके लिए इम्यून सिस्टम और मेटाबॉलिज़्म पर ध्यान देने की जरूरत है। इम्यून सिस्टम मजबूत रहने से बीमारियां दूर रहती हैं। जबकि मेटाबॉलिज़्म सही रहने से शरीर में ऊर्जा का संचार का होता है। विशेषज्ञों की मानें तो मेटाबॉलिज़्म वह प्रक्रिया है, जिसमें शरीर भोजन को ऊर्जा में तब्दील करता है।
यह आवश्यक पोषक तत्व है जो सेहत के सुधार, विकास और मेटाबॉलिज्म को गति प्रदान करने के लिए जरूरी है। इसके लिए आप अपनी डाइट में मछली, मीट और सोयाबीन जोड़ सकते हैं। जब बात मेटाबॉलिज्म में सुधार अथवा बढ़ाने की आती है, तो आप अपनी डाइट में आयरन जरूर शामिल करें। अगर रक्त में आयरन की कमी होती है, तो मांसपेशियों को कम ऑक्सीजन प्राप्त होती है। इससे मेटाबॉलिज्म गति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
कई शोध में खुलासा हो चुका है कि कैल्शियम ब्लड शुगर को कंट्रोल और मेटाबॉलिज्म को गति प्रदान करता है। इसके सेवन से न केवल मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है, बल्कि फैट बर्न करने में भी मदद करता है। इसके लिए आप डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करें।
ऑक्सीडेटिव तनाव से मेटाबॉलिज्म गति धीमा हो जाता है। इसके लिए आप अपनी डाइट में टमाटर, संतरे, नींबू और खट्टे फल जरूर शामिल करें। मेटाबॉलिज्म को गति प्रदान करने में विटामिन-सी अहम भूमिका निभाता है। कई शोधों में इसका जिक्र है कि विटामिन-सी ऑक्सीडेटिव तनाव को दूर करने में सहायक है।
आप मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने के लिए अपनी डाइट में विटामिन-बी जरूर जोड़ें। इसके लिए आप साबुत अनाज, केला, सेब और पालक का सेवन कर सकते हैं। इनमें विटामिन-बी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।
इसे पाने के लिए आप आलू, नट्स, बीज और फलियों का सेवन कर सकते हैं। मैग्नीशियम रासायनिक अभिक्रिया में अहम भूमिका निभाता है। इससे ऊर्जा का उतपादन होता है। इस पोषक तत्व की कमी के चलते शरीर में ऊर्जा का उत्पादन सही से नहीं होता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।