हालांकि, बढ़ते वजन से निजात पाने के लिए महज उपवास और ब्रेकफास्ट स्किप करना कारगर उपाय नहीं है। इसके लिए नियमित और संतुलित खानपान और सही दिनचर्या जरूरी है। विशेषज्ञों की मानें तो अनुशासित होकर खानपान और वर्कआउट पर ध्यान देने से वजन कम किया जा सकता है। अगर आप भी मोटापे से परेशान हैं और बढ़ते वजन को कम करने के लिए प्रयासरत हैं, तो रोजाना सुबह में 5 चीजों का जरूर ध्यान रखें-

राष्ट्र आजकल (लाइफस्टाइल डेस्क): आधुनिक समय में लोग मोटापे से निजात पाने के लिए सुबह के नाश्ते को स्किप करते हैं। इस बारे में उनका मत है कि इससे बढ़ते वजन को नियंत्रित किया जा सकता है। कुछ लोग एक दिन छोड़कर उपवास करते हैं, तो कुछ लोग डाइटिंग पर चले जाते हैं।
विशेषज्ञ का कहना है कि सुबह में जगने के बाद एक घंटे के अंदर नाश्ता कर लेना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि सुबह का समय वजन कम करने में अहम भूमिका निभाता है। आराम करने के चलते रात के खाने की ऊर्जा रात में खत्म हो जाती है। इससे मेटाबॉलिज़्म भी स्थिर हो जाता है। इसके लिए जरूरी है कि आप सुबह में जल्दी नाश्ता करें। रोजाना सुबह में नाश्ता करने से पहले दो गिलास गुनगुना गर्म पानी जरूर पिएं। आप चाहे तो स्वाद के लिए नींबू का भी सहारा ले सकते हैं। पानी शरीर में मौजूद टॉक्सिन को बाहर करता है। इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है। साथ ही मेटाबॉलिज़्म में भी सुधार होता है। मोटापे से निजात पाने के लिए दोनों जरूरी हैं।
अपने नाश्ते में शुगर फ्री या कम चीजों का सेवन करें। इससे एक्स्ट्रा कैलोरीज गेन होने का जोखिम नहीं रहता है। वजन घटाने के लिए दिनभर खाने में कम कैलोरी का सेवन करें। जबकि सुबह के नाश्ते में दिनभर का केवल 30 प्रतिशत कैलोरीज लें।
प्रोटीन के सेवन से हर समय खाने की आदत से निजात मिलता है। इसके सेवन से पेट हर समय भरा महसूस होता है। इसका मुख्य स्त्रोत ऊर्जा है। इसके लिए अपनी डाइट में प्रोटीन युक्त चीज़ें जैसे अंडे, दही, नट्स और साबुत अनाज को जरूर शामिल करें।
फाइबर आंत में सही या गुड जीवाणुओं के विकास में मदद करता है, जिससे बार-बार खाने की समस्या से निजात मिलता है। सुबह के नाश्ते में फाइबर युक्त चीज़ें अधिक खाएं। इसके लिए अपने प्लेट में फाइबर युक्त फल और सब्जियां जरूर शामिल करें। रोजाना सुबह के नाश्ते में कम से कम 8 ग्राम फाइबर जरूर लें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।