राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) ने अपने कई प्रोडक्ट की कीमतें बढ़ा दी हैं। इसमें रिन, सर्फ एक्सल, लाइफबॉय और अन्य शामिल हैं। इनके दाम में 7 से 10% बढ़ाए गए हैं।
कंपनी ने बताया कि साबुन और डिटर्जेंट दोनों की कीमतें बढ़ाई गई हैं। इसमें टिकिया और पावडर भी हैं। लाइफबॉय के मल्टीपैक की कीमत 115 से बढ़ाकर 124 रुपए कर दी गई है जबकि लक्स मल्टीपैक की कीमत 140 से 150 रुपए कर दी गई है। एक लक्स साबुन की कीमत भी इसी तरह से 28 रुपए से बढ़ाकर 30 रुपए कर दी गई है।
डिटर्जेंट बार की बात करें तो सर्फ एक्सल की कीमत 108 रुपए कर दी गई है। पहले यह 98 रुपए थी। इसके सिंगल टिकिया की कीमत 16 से बढ़कर 18 रुपए हो गई है। एक महीने पहले 25 नवंबर को भी इसी तरह से चुनिंदा प्रोडक्ट की कीमतें कंपनी ने बढ़ाई थी। उस समय साबुन और डिटर्जेंट की कीमत 10% तक बढ़ाई गई थी।
नवंबर में व्हील के एक किलो के पैकेट की कीमत 3.5% या 2 रुपए बढ़ाई गई थी। इसके आधा किलो के पैक की कीमत भी 2 रुपए बढ़ाकर 28 से 30 रुपए कर दी गई थी। रिन बार की कीमत 5.8% बढ़ाई गई थी। लक्स के 100 ग्राम पैक की कीमत 21.7% बढ़ाकर 25 रुपए कर दी गई थी।
फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) कंपनियों को पिछले कुछ समय से महंगाई के दबाव का सामना करना पड़ रहा है। यह दबाव ईंधन की बढ़ती कीमतों, पाम तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ-साथ अन्य मूल्यवान सामानों के अलावा माल-ढुलाई की ऊंची लागत के कारण है। हाल ही में पारले प्रोडक्ट्स ने भी ज्यादा लागत को कम करने के लिए कीमतें बढ़ा दी हैं। इसने अपने बिस्कुट की सभी कैटिगरी की कीमतों को बढ़ाया है। हालांकि कुछ मामलों में इसने पैकेट का वजन कम कर दिया है।
जून में मैनेजमेंट ने दिया था कीमतों को बढ़ाने का संकेत
जून तिमाही के रिजल्ट में HUL के टॉप मैनेजमेंट ने कहा कि उसने स्किन की सफाई, लॉन्ड्री और चाय पोर्टफोलियो के प्रोडक्टस में दूसरी दफा कीमतें बढ़ाई हैं। कंपनी के प्रबंधन ने कहा कि बिजनेस मॉडल को बचाए रखने के लिए ये जरूरी था। फिर सितंबर तिमाही के रिजल्ट के समय कंपनी ने आगाह किया कि इनपुट लागत ज्यादा ही रहने वाली है। कंपनी के टॉप मैनेजमेंट ने तब कहा था कि कीमतें काफी सोच-विचार कर बढ़ाई गईं हैं।