राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। यमन के हूती विद्रोहियों ने 25 क्रू मेंबर वाले एक कार्गो जहाज को हाईजैक कर लिया है। इस घटना के बाद वह पूरी दुनिया में एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। जहाज का नाम ‘गैलेक्सी लीडर’ है, जो तुर्की से भारत आ रहा था। इजरायल ने साफ कर दिया है कि यह जहाज उसका नहीं है। जब जहाज लाल सागर में था तो इस पर हथियारबंद लोग चढ़ आए। हूती विद्रोहियों ने इस हाईजैक से कुछ घंटे पहले ही इजरायली जहाजों पर हमले की धमकी दी थी। इस घटना के बाद इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ईरान पर भड़क गए हैं। वहीं सबसे बड़ा सवाल है कि क्या गलती से इजरायली जहाज समझ कर हूती विद्रोहियों ने इसे हाईजैक कर लिया?
दरअसल गैलेक्सी लीडर जहाज का एक छोटा सा इजरायली कनेक्शन है। इस जहाज का मालिकाना हक एक ब्रिटिश कंपनी के पास है, जिसकी कुछ हिस्सेदारी इजरायली टायकून इब्राहिम उनगर (Abraham Ungar) के पास है। कंपनी ने जहाज को इस समय जापान को लीज पर दे रखा है। इजरायली डिफेंस फोर्स ने इस हाईजैक की पुष्टि की है। इसके साथ ही कहा है कि जहाज पर कोई भी इजरायली नागरिक सवार नहीं था। इजरायली डिफेंस फोर्स के मुताबिक यह जहाज इजरायल का नहीं है।
ईरान पर भड़के नेतन्याहू
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू इस जहाज के हाईजैक होने पर भड़क गए हैं। उन्होंने इसे ईरान की ओर से इंटरनेशनल जहाज पर हमला बताया है। उनका कहना है कि हूती विद्रोहियों ने यह हाईजैक ईरान के कहने पर किया है, हालांकि इससे जुड़ा कोई सबूत उन्होंने नहीं दिया। जहाज पर यूक्रेनी, बुल्गारिया, फिलीपींस और मैक्सिको के नागरिक सवार हैं। इस पर कोई भी इजरायली नहीं है। इजरायली पीएम ने कहा कि यह ईरान की ओर से आतंकवाद का एक और कृत्य है। यह फ्री वर्ल्ड के लोगों पर एक बड़ा हमला है। इसके अलावा यह दुनिया की शिपिंग लाइन को भी प्रभावित करता है।