राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । ग्वालियर की बेटी रेनू ने फिर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह से गुहार लगाई है। वह बोली- प्लीज मामा मेरी सुन लो। इंटरनेट, यू-ट्यूब और सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल भी हो रहा है। पर 24 घंटे में ग्वालियर के DM सिर्फ 3 इंजेक्शन ही रेनू के पापा के लिए उपलब्ध करा सके हैं, जबकि हर दिन 5 से 6 इंजेक्शन फंगस रोकने के लिए लगाए जाने हैं।
यह है मामला
शहर के डीडी नगर निवासी राजकुमार शर्मा ट्रैक्टर की एजेंसी चलाते हैं। 27 अप्रैल को वह कोरोना की चपेट में आए थे। उसके बाद राजकुमार को ब्लैक फंगस हो गया। 15 मई को उन्हें सेवा नगर रोड पर अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। फंगस को रोकने डॉक्टर ने करीब 100 इंजेक्शन की डिमांड की थी। राजकुमार की बड़ी बेटी रेनू अपने मामा के साथ मिलकर किसी तरह सिर्फ 20 इंजेक्शन का इंतजाम कर पाए हैं। जिस कारण फंगस फैलने से रेनू के पिता की लेफ्ट आई (उल्टी आंख) व ऊपर का जबड़ा निकालना पड़ा है।
लिपोसोमल एमफोटेरेसिन बी-50 MG की डिमांड पूरी नहीं हो रही है। रेनू अपने मामा के साथ कलेक्टर ग्वालियर, सभी SDM व ड्रग कन्ट्रोलर तक कई चक्कर लगा चुकी है, लेकिन इंजेक्शन का इंतजाम नहीं हो पा रहा। इसके बाद मंगलवार सुबह उसने मार्मिक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था, जिसमें सीएम शिवराज को मामा कहते हुए मदद मांगी थी।
प्रदेश क मुखिया व बेटियों के मामा शिवराज सिंह के कानों तक रेनू की आवाज चाहे नहीं पहुंची हो, पर मुंबई में सोनू सूद तक पहुंची। रेनू ने बताया कि सोनू सूद ने मंगलवार रात 6 मिनट तक वीडियो कॉल पर बात की है। उन्होंने बुधवार सुबह इंजेक्शन का फोटो भी भेजा, पर यह इंजेक्शन डॉक्टर की डिमांड से मैच नहीं कर रहे। अब सोनू सूद ने अपनी टीम से यही इंजेक्शन कहीं से भी मंगाने के लिए कहा है। उन्होंने मदद का भरोसा दिलाया है।
जिला प्रशासन से मिले सिर्फ 3 इंजेक्शन
रेनू ने बताया, वीडियो वायरल होने के बाद ग्वालियर कलेक्टर ने मंगलवार रात को 1 इंजेक्शन उपलब्ध कराया था। इसके बाद बुधवार सुबह 2 इंजेक्शन ड्रग इंस्पेक्टर देकर गए। कुल तीन इंजेक्शन 24 घंटे में उपलब्ध करा पाए हैं। बुधवार शाम तक 2 और मिलने की संभावना है। रेनू के पिता को हर दिन 5 से 6 इंजेक्शन चाहिए।
नेता फोन तो कर रहे, लेकिन मदद नहीं
रेनू ने बताया कि 24 घंटे में मंत्री, विधायक, नेताओं से लेकर समाजसेवियों के आधा सैकड़ा फोन आ गए हैं, पर मदद कोई नहीं कर रहा। यही नेता बात करने के बाद सोशल मीडिया पर यह दिखा रहे हैं कि उन्होंने रेनू की मदद कर दी गई है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है।
ठग हो गए हैं सक्रिय
सोशल मीडिया पर नंबर बंटने के बाद कई ठग भी सक्रिय हो गए हैं। DM, SDM व अन्य अफसरों को इंजेक्शन नहीं मिल रहा है, लेकिन कुछ लोग कॉल कर एक इंजेक्शन 12 हजार रुपए में देने को तैयार हैं। कुछ एडवांस जमा करने पर डोज का इंतजाम करने की कह रहे हैं। मुझे पता है यह ठग हैं, पर इनसे मैं कहना चाहूंगी कि आपदा में तो ऐसा न करो।