राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | ओमिक्रॉन वैरिएंट तेज़ी से फैलता जा रहा है। भारत में भी इसके बढ़ते रफ्तार ने लोगों के लिए एक बार फिर से मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। राजधानी दिल्ली में पिछले दिन कोरोना के 4 हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए, जिसको देखते हुए सरकार ने वीकेंड कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। अध्ययनों में बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन से संक्रमितों में ज्यादातर लक्षण हल्के ही देखे जा रहे हैं, हालांकि संक्रमण से बचाव करते रहना सभी के लिए बहुत आवश्यक है। ओमिक्रॉन को लेकर किए गए अध्ययनों में वैज्ञानिकों ने पाया कि इसके संक्रमण के चलते लोगों को खांसी, बुखार, गले में खराश-खरोंच के साथ रात में पसीना आने की दिक्कत हो सकती है। इस बीच एक नए अध्ययन में वैज्ञानिकों ने ओमिक्रॉन के पेट से संबंधित कुछ लक्षणों के बारे में बताया है। ओमिक्रॉन को लेकर सीडीसी द्वारा किए गए अध्ययनों में खांसी, थकान, बुखार और बंद नाक को संक्रमण का लक्षण बताया गया था। प्रोफेसर टिम स्पेक्टर कहते हैं, कुछ संक्रमितों में सामान्य लक्षणों के साथ मतली, भूख न लगने, गले में खराश और सिरदर्द की समस्या भी देखी जा रही है। जबकि कुछ लोगों को उल्टी की भी दिक्कत हो रही है। हमें इन लक्षणों को भी गंभीरता से लेना चाहिए। एक अन्य अध्ययन में वैज्ञानिकों ने बताया कि श्वसन अंगों के साथ त्वचा पर भी कोरोना के कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं। कोरोना के कुछ संक्रमितों के त्वचा पर लाल रंग के चकत्ते, दाने और धब्बों जैसे लक्षण देखे गए हैं।