इसकी पूर्ति के लिये प्रशासन ने बिना लक्षण वाले मरीजों को अस्पतालों से अन्य उपचार केंद्रों और गृह पृथक-वास (होम आइसोलेशन) में स्थानांतरित करने का फैसला किया है।

इंदौर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): देश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में महामारी का प्रकोप बढ़ने से अस्पतालों के बिस्तरों की मांग चरम पर पहुंच रही है।
कोविड-19 की रोकथाम के लिये जिले के नोडल अधिकारी ने बताया, ‘हम अस्पतालों में पहले से भर्ती उन मरीजों को पृथक-वास केंद्रों (कोविड केयर सेंटरों) और गृह पृथक-वास में भेजेंगे, जिनमें पिछले तीन दिन से कोविड-19 के लक्षण नहीं हैं। ऐसे मरीजों की सूची तैयार की जा रही है।’
आगे बताया कि स्थानांतरण के बाद भी इन मरीजों पर स्वास्थ्य विभाग की तब तक बराबर नजर रहेगी, जब तक वे कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त नहीं हो जाते।
यह भी कहा, ‘हम चाहते हैं कि महामारी के गंभीर मरीजों के लिये अस्पतालों में बिस्तरों की पर्याप्त व्यवस्था बरकरार रहे। इसलिये बिना लक्षण वाले मरीजों को स्थानांतरित किया जा रहा है।’
सूत्रों के मुताबिक़ अलग-अलग अस्पतालों में महामारी के मरीजों के लिये कुल 4,300 बिस्तरों की व्यवस्था है। इनमें से करीब 75 प्रतिशत बिस्तर भरे हुए हैं।’
अब तक 432 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है, जबकि 10,719 लोग उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक जिले में 24 मार्च से लेकर अब तक कोविड-19 के कुल 15,452 मरीज सामने आए हैं।
जिले में फिलहाल कोरोना वायरस संक्रमण के 4,301 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इनमें अस्पतालों के अलावा गृह पृथक-वास में रखे गये मरीज भी शामिल हैं।