मेडिकल कॉलेज के पास कई मरीज आ रहे हैं, इसी को देखते हुए कोविड ओपीडी शुरू करने तैयारी की गई है। मप्र में इस प्रकार की यह पहली ओपीडी है। डॉक्टरों ने कोविड डिस्चार्ज मरीजों की सलाह दी कि वे ठीक हों फिर भी एक बार जरूर जांच करवाने आएं।

इंदौर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): कोरोना के वे पेशेंट जो ठीक होकर घर चले गए हैं लेकिन उन्हें कुछ अन्य समस्या बरकरार हैं तो वे एमवायएच इंदौर में पोस्ट कोविड ओपीडी से परामर्श ले सकते हैं। एमवायएच की नई ओपीडी बिल्डिंग में पोस्ट कोविड ओपीडी शुरुआात बुधवार से हाे गई।
मरीजों के फॉलोअप के लिए शुरू की जा रही ओपीडी में ठीक हो चुके मरीजों का परीक्षण किया जाएगा। मरीजों को किस तरह की समस्याएं आ रही हैं, उसका डेटा एनालिसिस भी किया जाएगा। एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. और मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. ने बताया कि यह देखने में आ रहा है कि डिस्चार्ज होने के बाद भी शारीरिक कमजोरी, दिल की धड़कन बढ़ना, श्वांस की तकलीफ सहित अन्य कई तरह की समस्याएं सामने आ रही हैं।
डॉ. ने बताया कि कोरोना एक नई बीमारी है। इस कारण इसके लक्षण, दुष्परिणाम और शरीर के विभिन्न अंगों पर इसके परिणाम का अध्ययन होना है। इससे आने वाले समय में डॉक्टरों को भी बचाव व लक्षणों की जानकारी मिल पाएगी। कई कोविड अस्पतालों में पोस्ट कोविड क्लिनिक या रिकवरी क्लिनिक के नाम से ओपीडी शुरू की जा रही है।
बुधवार को जांच के िलए आई एक महिला मरीज का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्हाेंने बताया कि अस्पताल से छुट्टी हुए करीब डेढ़ महीना हो गया है, लेकिन पैरों का दर्द नहीं जा रहा है। पैरों में मेरे काफी दर्द रहता है। उन्होंने कहा कि हम ऐसे मरीजों की जांच कर यह पता लगाने की कोशिश भी करेंगे कि आखिर ठीक होने के बाद ऐसा हो क्यों रहा है। डॉ. ने कहा कि जितने भी कोविड मरीज ठीक होकर घर पहुंचे रहे हैं, उन्हें कोई समस्या हो या ना हो, बावजूद उन्हें एक बार यहां आकर जांच करवाना चाहिए। यदि उन्हें कोई दिक्कत नहीं है तो यह बहुत ही अच्छी बात है। कई बार ऐसा होता है कि दिक्कत तो होती है, लेकिन हमें उस बारे में जानकारी नहीं हो पाती है। चेकअप में उसके बारे में भी पता चल जाता है।
अक्टूबर महीने में अब तक 7540 पाजीटिव मरीज मिले हैं, महीने अब तक 109 लोगों की जान गई है। इंदौर में आखिरी 10 दिनों में 991 पाॅजीटिव मरीज मिले हैं। वहीं, नंवबर की बात करें तो दिन में सिर्फ 189 संक्रमित ही पाए गए हैं। 24 मार्च को इंदौर जिले में कोरोना ने दस्तक दी थी। इसके बाद से अब तक जिले में 4 लाख 16 हजार 752 सैंपलों की जांच हो चुकी है। इनमें 34308 संक्रमित मरीज मिले हैं। अब तक 31,531 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। जबकि 683 मरीजों की जान जा चुकी है। अभी भी जिले में 2094 एक्टिव मरीज हैं। वहीं, रैपिड एंटीजन सैंपल की संख्या 1 लाख 24 हजार 592 हो गई है।