रात तीन बजे झमाझम में बदल गया। करीब आधे घंटे जोरदार बारिश हुई। आंकड़ों की बात करें तो करीब आधा इंच बारिश हुई। कुल बारिश की बात की जाए तो 44.7 इंच पानी बरस चुका है।

इंदौर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): रात में रिमझिम फुहारों से बारिश का सिलसिला शुरू हुआ। सोमवार दिनभर धूप और उमस के बाद देर रात बदरा मेहरबान हुए।
अब तक करीब 11 इंच ज्यादा पानी गिर चुका है। राजस्थान के रास्ते मानसून विदा होने लगा है। धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में मानसून कमजोर होता जाएगा। उमस और धूप की वजह से कुछ इलाकों में कुछ मिनट के लिए बारिश हो सकती है, लेकिन यह मानसून जैसी नहीं होगी। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो सितंबर खत्म होने तक बारिश 45 इंच तक पहुंच सकती है। हालांकि इंदौर की औसत बारिश 34 इंच है, जो काफी पहले ही पूरी हो चुकी है। इसका कारण 22 अगस्त को 24 घंटे में 12 इंच से ज्यादा बारिश होना था।
जिन किसानों ने जून में बुआई कर दी थी, उनकी फसल लगभग पक गई है। काटने की स्थिति बनने पर तेज पानी गिर रहा है। वहीं, जिन्होंने जुलाई में बोवनी की थी उन्हें अब पानी दरकार नहीं है। सितंबर के बाद भी पानी गिरता है अच्छी बारिश होने के बाद भी किसानों को नुकसान होगा। बारिश अब सोयाबीन को नुकसान पहुंचा रही है।