डॉ. गंगराड़े सभी टीमों को मैनेज करने के साथ ही मरीजों से सीधी बात भी करते हैं ताकि किसी तरह की परेशानी होने पर उन्हें तुरंत अस्पताल भेजा जा सके। एसजीएसआइटीएस के कंपाउंड में इसके लिए एक एंबुलेंस भी तैनात कर दी गई है। कोरोना के इस कठिन दौर में डॉ. गंगराड़े टीम के साथ मार्च से ही सतत काम करते आ रहे हैं।

इंदौर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): चार डॉक्टरों की टीम के साथ कलेक्टर के आदेश पर डॉ. सुनील गंगराड़े को होम आइसोलेशन टीम का कोऑर्डिनेटर बनाया गया। मरीज बढ़े तो अब 35 डॉक्टरों की टीमें 24 घंटे होम आइसोलेट होने वाले मरीजों की निगरानी कर रही हैं। शहर में कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों के लिए मई में शुरू हुआ होम आइसोलेशन का काम अब और अधिक बढ़ चुका है।
उन्होंने बताया होम आइसोलेशन के दौरान अब तक साढ़े तीन हजार लोगों का इलाज किया जा चुका है, जिनमें से ढाई हजार लोग ठीक हो चुके हैं। पहले उन्हें टेलीमेडिसिन के लिए जिम्मेदारी दी गई थी जिसमें दो माह में लगभग 15 हजार कॉल आए। उन्होंने टीम के साथ मिलकर मार्च और अप्रैल के उस दौर में जब अस्पताल और क्लीनिक भी बंद हो चुके थे, तब फोन पर ही मरीजों को सलाह दी और फॉलोअप भी लिया।
होम आइसोलेशन के चीफ कोऑर्डिनेटर डॉ. हेमंत जैन हैं। इनके साथ ही डॉ. भूपेंद्र शेखावत, डॉ. महेश कुमार असिस्टेंट कोऑर्डिनेटर के रूप में लगातार काम कर रहे हैं। होम आइसोलेशन की टीम को सहयोग देने के लिए फील्ड में एसडीएम की टीम भी लगातार काम कर रही है। इस टीम में भी 80 डॉक्टर ड्यूटी कर रहे हैं।