घरों में खासकर महिलाएं व परिवार के सदस्य घर की सफाई करते है। सफाई कार्य में घर की दीवारों व अलमारियों में धूल काफी जमा होती है। ऐसे में घर की सफाई के कारण एलर्जी व संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

इंदौर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): कोरोना संक्रमण के दौर में कई लोगों के लिए दीवाली की सफाई स्वास्थ्य संबंधित मुश्किलें खड़ी कर सकती है।
क्लिनिक व अस्पतालों में ऐसे मरीज पहुंच रहे जिनमें ज्यादातर महिलाएं सर्दी व खांसी की शिकायत कर रही है जबकि वो घर से बाहर कई दिनों से नहीं निकली। ऐसे में डाॅक्टरों का कहना है इन दिनों सफाई कार्य के कारण कई लोगों में एलर्जी के कारण सर्दी-खांसी की परेशानी बढ़ी है। कोरोना संक्रमण के डर से लोग इसके कारण भी चिंतित हो रहे हैं विशेषज्ञ व डॉक्टरों के मुताबिक घरों में कई सामान ऐसा रखा होता है जिनका हम उपयोग कई महीनों तक नहीं करते है। ऐसे सामान पर माइक्रो डस्ट जमा होती है। जब हम उसे झाड़ते है तो ये नाक के माध्य से फेफड़ों में पहुंच सकती है। इसके कारण सर्दी-खांसी होने के साथ संक्रमण होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
दीपावली पर कई लोग घरों में पुताई व रंग-रोगन करवाते है। रंगों में केमिकल होने के कारण भी अस्थमा व एलर्जी की शिकायत वाले लोगों को श्वास संबंधित परेशानियां हो सकती है। ऐसे में डॉक्टरों की सलाह है कि ऐसे मरीजों को सफाई कार्य के दौरान काफी सावधानी बरतने की जरूरत है। विशेषज्ञों की सलाह है कि झाडू या कपड़े से धूल झाड़ने के बजाए गीले कपड़े से सफाई करे या वेक्यूम क्लीनर जैसे साधनों का इस्तेमाल करे। सर्दी के मौसम में वैसे भी अस्थमा व एलर्जी वालों के लिए खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे में यदि घर परिवार में किसी सदस्य को इस तरह की बीमारियों व एलर्जी की शिकायत हो तो उनकी उपस्थिति में सफाई कार्य नहीं करना चाहिए।