आपको बता दें कि इस बार स्कूल व कॉलेज पिछले सात माह से बंद हैं। इस वजह से ये संगठन अभी तक छात्रों के बीच जाकर जागरूकता गतिविधि नहीं कर पाए हैं। ऐसे में अब ये संगठन तंबाकू दुस्परिणामों के बारे में बताने के लिए छात्रों तक ऑनलाइन वेबिनार के माध्यम से पहुंचेंगे।

इंदौर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): तंबाकू के दुष्परिणामों को लेकर पिछले वर्षों में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन व कैंसर सोसायटी ऑफ मप्र के प्रतिनिधि स्कूलों व कॉलेज में जाकर जागरूकता गतिविधि करते थे।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के तंबाकू एवं कैंसर कंट्रोल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार आचार्य के मुताबिक स्कूली स्तर ही बच्चों में तंबाकू व सिगरेट की लत लगना शुरू होती है। भारत में करीब 5 हजार 500 बच्चे प्रतिदिन तंबाकू का सेवन शुरू करते हैं। बाद में उन्हें इसे छाेड़ने में काफी मुश्किल होती है। इस वजह से बच्चों को उसी उम्र में तंबाकू के दुष्परिणाम बताना जरूरी होता है।
कोविड के कारण स्कूल व कॉलेज की गतिविधियां अभी संचालित नहीं हो रही हैं। ऐसे में स्कूल से कहकर छात्रों के लिए ऑनलाइन वेबिनार करेंगे। इसके अलावा छात्रों के लिए ऑनलाइन तंबाकू की जानकारी के लिए प्रतियोगिताएं करवाएंगे। इसमें छात्रों से तंबाूक के दुष्प्रभाव से जुड़े प्रश्न पूछे जाएं और छात्र को पुरस्कृत किया जाएगा। इंदौर में 20 से 25 स्कूलों के चार से पांच हजार छात्रों के बीच इस तरह की गतिविधि को करने की कोशिश की जाएगी। हम छात्रों के लिए पेंटिंग, स्लोगन प्रतियोगिताएं करवाएंगेे ताकि छात्र घर पर रहकर एक एक्टिविटी में भाग लें और तंबाकू की दुष्परिणामों को समझ सकें।