राष्ट आजकल प्रतिनिधि । भोपाल के बाद अब इंदौर के पत्नी पीड़ित पुरुष सुर्खियों में हैं। उन्होंने सर्व पितृमोक्ष अमावस्या पर एक इवेंट कर अपनी जिंदा पत्नी का श्राद्ध और तर्पण कर दिया। प्रतीकात्मक रूप से ‘घरेलू हिंसा देवी’ की तस्वीर लगाई और हवन में महिला कानूनों की आहुतियां डालीं। ये वे लोग हैं जिनका मानना है कि पत्नी ने धोखा दिया और आज तक उनका जीना मुश्किल कर रखा है। अब ये उनके लिए मर चुकी हैं। खुशबू ने टीकमगढ़ जाकर आदित्य के खिलाफ दहेज, घरेलू हिंसा, तलाक का केस दर्ज करा दिया। पति रवि सदमे में तब आया जब महिला ने अपने पहले पति के बेटे से रवि के खिलाफ पॉक्सो एक्ट का केस दर्ज करा दिया। पुलिस की गई शिकायत में उसने बताया कि रवि ने उसके पहले पति से हुए 8 साल के बेटे के साथ कुकर्म किया है। पुलिस ने रवि को गिरफ्तार कर लिया। एक साल बाद उसकी जमानत हुई। कुछ समय बाद सुरेंद्र ने पत्नी अंजलि से कहा कि तुम्हारी मां व साला हर समय यहीं रहते हैं। यह ठीक नहीं है। इस बात को लेकर दोनों में अनबन शुरू हो गई। बात और बढ़ गई तो अंजलि दिल्ली से इंदौर में ससुराल आ गई। उसके ससुर लकवाग्रस्त हैं जबकि सास को भी कई बिमारियां हैं। एक दिन रहने के बाद अंजलि इंदौर से उज्जैन मायके चली गई। पति, सास व ससुर के खिलाफ दहेज, घरेलू हिंसा व भरण-पोषण का केस लगा दिया।