पालकों का आरोप है कि; स्कूल प्रबंधन फीस देने वाले छात्रों का अलग वाट्सएप ग्रुप बनाकर उन्हें पढ़ा रहा है। ऐसे में फीस नहीं देने वाले छात्र ऑनलाइन क्लास से वंचित हैं।
इंदौर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): पालकों का कहना था कि डीईओ के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी भी छात्र को फीस नहीं देने के कारण ऑनलाइन क्लास या परीक्षा से वंचित नहीं किया जा सकता। सेंट रेफियल्स स्कूल के रवैये के खिलाफ छात्रों के अभिावकों ने गुरुवार को स्कूल परिसर में हंगामा किया।
पालकों ने पुलिस को अपनी समस्या बताई और कम्पौंड में नारेबाजी शुरू की। सुबह 10ः30 बजे 80-90 पालक स्कूल पहुंचे, लेकिन स्कूल प्राचार्य सिस्टर जैन्सी जोसेफ 11.45 बजे तक उनसे बाहर आकर मिलने को तैयार नहीं हुईं। उनके केबिन के बाहर प्रबंधन ने दो बाउंसर तैनात कर रखे थे। इस बीच स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को बुला लिया।
पालकों ने ऑनलाइन क्लास बच्चों के वंचित करने को गलत बताया और कहा कि कोर्ट का आदेश आने के बाद ही स्कूल फीस ले सकते हैं। इसके बाद प्राचार्य पालक पंकज मेहता, राकेश सिलावट व रमाकांत शर्मा से मिलीं।
स्कूल प्राचार्य के मुताबिक स्कूल बच्चों के भविष्य की बेहतरी के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। हम किसी भी छात्र को पढ़ाई से वंचित नहीं करना चाहते, लेकिन पालकों को भी स्कूल को फीस देकर सहयोग करना होगा। इस पर प्राचार्य ने कहा कि हम कोर्ट के आदेश का इंतजार करेंगे।
पालकों के मुताबिक गुरुवार की मुलाकात के बाद भी प्रबंधन ने छात्रों को नए वाट्सएप ग्रुप में नहीं जोड़ा।