राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। इंदौर में कोरना का एक भी मरीज नहीं है। जो दो लोग कोरोना का उपचार करवा रहे थे वे भी पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। इसके बाद शहर में कोरोना के उपचाररत मरीजों की संख्या शून्य हो गई है। मंगलवार को शहर में 146 सैंपलों की जांच की गई। इनमें से किसी में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। डाक्टरों का कहना है कि कोरोना का संक्रमण कम जरूर हो गया है लेकिन इस वक्त यह मान लेना कि कोरोना खत्म हो गया है ठीक नहीं होगा। जरूरी है कि हम सावधानी बरतें और प्रोटोकाल का पालन करें। इंदौर में 24 मार्च 2020 को कोरोना का पहला मरीज मिला था। इसके बाद से अब तक शहर में 212531 लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। इस दौरान 3874339 सैंपलों की जांच की गई। शहर में कोरोना से जान गवाने वालों की संख्या 1470 है। जिन लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई थी उनमें से 211061 पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान शहर में कोरोना के उपचाररत मरीजों की संख्या 10 हजार से भी उपर पहुंच गई थी। बावजूद इसके डाक्टरों ने लोगों से अपील की है कि ठंड का मौसम सभी तरह के वायरस के लिए अनुकूल माना जाता है। जरूरी है कि सावधानी बरतें और भीड़ वाले स्थानों पर जाने से पहले मास्क जरूर पहन लें।





