एक सप्ताह तक चलने वाले महोत्सव में पार्क के 15 हाथियों की सेवा की जाएगी। भोजन-पानी से लेकर उनकी हर जरूरत का ध्यान रखा जाएगा। पहले दिन हाथियों को गुड़ और आटे के रोट बनाकर खिलाए। सेव, केला, गन्ना भी हाथियों को खाने के लिए उनके सामने टेबल पर सजाकर रखे गए।

जबलपुर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): महावत अनारकली के नाखून तेल लगाकर चमकाए जा रहे थे तो सबसे वृद्घ हाथी 70 वर्षीय गौतम का चंदन लगाकर विशेष श्रंगार किया गया। दरअसल, मौका था बांधवगढ़ पार्क में शुरू हुए हाथी महोत्सव का। बांधवगढ़ टाइगर नेशनल पार्क में सोमवार को नजारा बदला-बदला था।
विशेषज्ञों और चिकित्सक हाथियों का स्वास्थ्य परीक्षण करते हैं। मनपसंद भोजन कराने के साथ ही चरणगंगा नदी के पानी में हाथी खेलने के साथ नहाते भी हैं। सात दिनों तक हाथियों को पूरी तरह विश्राम दिया जाता है। हाथी पार्क में विचरण कर परिवार सहित रहने का आनंद भी उठाते हैं। प्रबंधन के डॉक्टर नितिन गुप्ता ने बताया कि महोत्सव में महावत हाथियों को नहलाते हैं और तेल लगाने के बाद उनके नाखून काटकर उन्हें सजाते हैं।
केशकली बैगा बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की महिला मजदूर है, जिसके पति को हाथी ने कुचलकर मार दिया था। घटना के बाद महिला को काम पर रखा गया है। फरवरी 2020 में हाथी सुंदरगज ने महावत रवि बैगा को कुचलकर मार दिया था। हाथी महोत्सव का शुभारंभ केशकली बैगा ने फीता काटकर किया।